CHANDIGARH, 15 NOVEMBER: सरकार की नीतियां और निर्णय अर्थव्यवस्था को और तेज रफ्तार देने की दिशा में पॉजिटिव रिजल्ट ला रही हैं। इसी कड़ी में देशवासियों के लिए एक और राहत भरी खबर मिली है। दरअसल, देश में अक्टूबर की थोक महंगाई दर के आंकड़े आ चुके हैं जो सितंबर के मुकाबले कम आए हैं। यानि देश में थोक महंगाई दर कम हुई है और खाने-पीने की चीजें सस्ती हुई हैं।
गौरतलब हो, जहां विश्व के तमाम देश कोविड की मार से अब तक नहीं उबर पाए और लगातार महंगाई व बेरोजगारी से जूझ रहे हैं वहीं भारत 140 करोड़ देशवासियों का घर होने के बावजूद इन समस्याओं का सामना पूरी मजबूती के साथ कर रहा है। संभवत: यह अकेले सरकार के प्रयासों से नहीं अपितु जनता के सहयोग से संभव हुआ है।
8.39 फीसदी पर पहुंची थोक महंगाई दर
थोक मूल्य सूचकांक (WPI) पर आधारित महंगाई दर अक्टूबर माह में 8.39 फीसदी पर आई है। महीने दर महीने आधार पर देखें तो इसमें गिरावट देखी गई है और इससे लोगों को लगातार बढ़ती महंगाई से राहत मिली है। महंगाई के र्मोचे पर आम आदमी के लिए यह राहत देने वाली खबर है। अक्टूबर में ईंधन और विनिर्मित उत्पादों के दाम घटने से डब्ल्यूपीआई आधारित थोक महंगाई में गिरावट दर्ज हुई है, जो 19 महीने का निचला स्तर है।
मार्च, 2021 में यह 7.89 फीसदी के स्तर पर रही थी
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की ओर से सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार WPI पर आधारित थोक महंगाई दर अक्टूबर में घटकर 19 महीने के निचले स्तर 8.39 फीसदी पर आ गई है। इससे पहले मार्च, 2021 में यह 7.89 फीसदी के स्तर पर रही थी। सितंबर में थोक महंगाई 10.79 फीसदी पर थी जबकि अक्टूबर, 2021 में थोक महंगाई 13.83 फीसदी रही थी।
किन वस्तुओं के घटे दाम ?
मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक खनिज तेल, मूल धातु, फ्रैबिकेटेड धातु उत्पाद, अन्य गैर-धातु खनिज उत्पाद, खनिजों के दाम घटने से अक्टूबर में थोक महंगाई दर में गिरावट दर्ज हुई है। आंकड़ों के मुताबिक अक्टूबर में खाद्य वस्तुओं की महंगाई 8.33 फीसदी रही, जो सितंबर में 11.03 फीसदी रही थी।
सब्जियों की महंगाई घटकर हुई 17.61 फीसदी
सब्जियों की महंगाई घटकर 17.61 फीसदी रही है, जो पिछले महीने 39.66 फीसदी पर थी। इसी तरह ईंधन और बिजली खंड की महंगाई 23.17 फीसदी और विनिर्मित उत्पादों की महंगाई 4.42 फीसदी पर रही है। अप्रैल, 2021 से थोक महंगाई दर लगातार 18 महीने तक तक दो अंक में यानी 10 फीसदी से ज्यादा रही थी।
महंगाई पर नियंत्रण के लिए RBI का फॉर्मूला कामयाब
ऐसे में कहा जा सकता है कि महंगाई पर नियंत्रण के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) का फॉर्मूला कामयाब रहा है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया महंगाई पर नियंत्रण के लिए मई से सितंबर के बीच मुख्य नीतिगत दर रेपो रेट में 1.90 फीसदी की बढ़ोतरी कर चुका है, जो अब 5.90 फीसदी पर है। RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने एक दिन पहले ही अक्टूबर में खुदरा महंगाई दर 7 फीसदी से नीचे रहने की उम्मीद जताई है, जिसके आंकड़े आज जारी होंगे।77706:12 PM