चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस ने देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू को 133वीं जयंती पर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की
133rd Birth Anniversary of Pandit Jawaharlal Nehru CHANDIGARH, 14 NOVEMBER: अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन कुमार बंसल के नेतृत्व में चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने आज आधुनिक भारत के निर्माता एवं देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की 133वीं जयंती के अवसर पर उनको यहां सेक्टर-35 स्थित चंडीगढ़ कांग्रेस भवन में भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर नेहरू को अपने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए पवन कुमार बंसल ने कहा कि नेहरू ने न केवल आजादी के बाद से एक आधुनिक और गतिमान भारत के निर्माण की बेमिसाल प्रक्रिया शुरू की, बल्कि महात्मा गांधी के साथ दुनिया के सबसे शानदार स्वतंत्रता संग्राम की रूपरेखा भी तैयार की। इसी अहिंसक स्वतन्त्रता संग्राम ने बाद में कई देशों को एक नया रास्ता दिखाया। उन्होंने कहा कि नेहरू के सामने सबसे बड़ी चुनौती भारतीय लोगों को विभाजित करने की ब्रिटिश नीति का मुकाबला करना था, जिसके कारण अंग्रेज भारत में अपने निरंकुश शासन को कायम रखने में लगातार कामयाब हो रहे थे। नेहरू ने महात्मा गांधी के मार्गदर्शन में कांग्रेस पार्टी की मुख्य विचारधारा में समावेशिता, बहुलवाद, सर्वधर्म समभाव और समाज के दबे-कुचले वर्गों के उत्थान के लिए एक सकारात्मक कार्रवाई करने जैसी नीतियों को शामिल किया। यही विचार बाद में भारतीय गणतन्त्र के संविधान की आधारशिला बना। पंडित नेहरू की इसी विचारधारा ने विभिन्न धर्मों, जातियों और क्षेत्रों में बंटे लोगों को एक छतरी के नीचे ला खड़ा किया।
बंसल ने कहा कि चंडीगढ़ के लोग पंडित नेहरू के सपनों के शहर चंडीगढ़ को भारत के मानचित्र पर लाने के लिए हमेशा नेहरू के आभारी रहेंगे। चण्डीगढ़ शहर पिछले कई दशकों से अपने उच्चस्तरीय आर्किटेक्चर और अपने निवासियों को अनुकरणीय जीवन स्तर प्रदान कर देश के शहरी विकास को दिशा दे रहा है।
इस मौके पर चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एचएस लक्की ने बौद्धिक और आध्यात्मिक क्षेत्र में पंडित नेहरू के योगदान को याद करते हुए पंडित नेहरू द्वारा लिखित कुछ पुस्तकें वितरित कीं। इस अवसर पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता दर्शन दयाल (डीडी) जिंदल, हाफिज अनवर-उल-हक, भूपिंदर सिंह बडहेरी, हरफूल चंद कल्याण, अच्छे लाल गौर, विनोद शर्मा, डा. ओपी वर्मा, पार्षद गुरप्रीत सिंह गाबी, गुरचरण दास काला, सुरिंदर सिंह, नसीब जाखड़, अमरजीत गुजराल, जाहिद परवेज खान, सुखविंदर सिंह, देवराज, राजकुमार शर्मा, बलविंदर कौर, संजीव गाबा, हरजिंदर सिंह, धर्मवीर, सुरजीत सिंह ढिल्लों, विजय यादव, हरजिंदर सिंह प्रिंस आदि कांग्रेस नेताओं ने भी अपने विचार व्यक्त किए।