पंजाब पुलिस की एजीटीएफ, सीआई और एसएएस नगर पुलिस ने उत्तराखंड पुलिस और स्पेशल सैल दिल्ली के साथ एसएएस नगर में की साझी कार्रवाई
पुलिस टीमों ने दो विदेशी पिस्तौलों समेत तुर्की की बनी मशीन-पिस्टल और गोला-बारूद भी किया बरामद
CHANDIGARH, 28 OCTOBER: पंजाब पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए एस.ए.एस. नगर के गाँव छत्त से उत्तराखंड माइनिंग व्यापारी की हत्या करने वाले दो हमलावरों समेत दविन्दर बम्बीहा गैंग के चार शूटरों को गिरफ़्तार किया है। गौरतलब है कि 13 अक्तूबर को काशीपुर के कुंडेशवरी गाँव में माइनिंग व्यापारी महल सिंह (70) की उसके घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
डायरैक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव ने बताया यह ऑपरेशन एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ), काउन्टर इंटेलिजेंस (सीआई) पंजाब, जि़ला पुलिस उधम सिंह नगर उत्तराखंड, स्पेशल सैल दिल्ली और जि़ला पुलिस एसएएस नगर द्वारा साझे तौर पर किया गया था।
उन्होंने बताया कि पकड़े गए व्यक्तियों की पहचान साधु सिंह, जगदीश सिंह उर्फ दीशा, मनप्रीत सिंह उर्फ मनी उर्फ चूची, जसप्रीत सिंह उर्फ लौक सभी निवासी जि़ला मानसा के रूप में हुई है।
उन्होंने आगे बताया कि पुलिस टीमों ने मुलजिमों से एक .30 बोर पिस्तौल समेत दो मैगज़ीनें और सात जिंदा कारतूस; 9 एमएम पिस्तौल समेत एक मैगज़ीन; तुर्की की बनी 9 एमएम मशीन-पिस्टल समेत 31 कारतूसों की क्षमता वाली मैगज़ीन समेत तीन मैगज़ीनें और 19 जिंदा कारतूस के अलावा एक अपाचे मोटरसाईकल बरामद की है।
डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि जांच के दौरान यह बात सामने आई है कि मुलजिम साधु सिंह और मनप्रीत सिंह ने अपने साथियों के साथ मिलकर गैंगस्टर से आतंकवादी बने अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श डल्ला और सुखदूल सिंह उर्फ सुखा दुन्नेके के निर्देशों पर माइनिंग व्यापारी महल सिंह का कत्ल किया था, जबकि गिरफ़्तार किये गए अन्य दो व्यक्तियों ने उनको हथियार, लॉजिस्टिक्स सहायता प्रदान करने के साथ-साथ मृतक के घर की रेकी भी की थी।
उन्होंने कहा कि पकड़े गए व्यक्ति पंजाब के इलाके और अन्य पड़ोसी राज्यों में और भी घृणित अपराध करने की साजिश रच रहे थे, जिस सम्बन्धी अगली जांच जारी है।
गौरतलब है कि इस सम्बन्धी थाना ज़ीरकपुर जि़ला एस.ए.एस नगर में भारतीय दंडावली की धारा 392, 384, 473, 120बी और आम्र्स एक्ट की धाराओं 25 (7) और (8) के अंतर्गत एफआईआर नंबर 441 तारीख़ 28- 10-2022 दर्ज है।