यह नोटिस जनविरोधी, एसी दफ्तरों में बैठे अफसर और भाजपा के उनके आका जनता की परेशानियों से बेखबर हैं: एचएस लक्की
CHANDIGARH, 22 OCTOBER: चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस ने स्थानीय प्रशासन को शहर में वाहनों की पार्किंग को लेकर जारी किए गए सार्वजनिक नोटिस पर आड़े हाथ लेते हुए इस नोटिस को जनता को परेशान करने वाला तथा जनविरोधी करार दिया है। साथ ही कहा है कि शहर में पार्किंग की भयावह बन चुकी समस्या का कोई ठोस एवं पायेदार हल निकालने की बजाय चंडीगढ़ प्रशासन तुगलकी निर्णय ले रहा है। एयर कन्डीशन्ड दफ्तरों में बैठे हुए प्रशासन के अफसर और भाजपा के उनके आका जनता की परेशानियों से बिल्कुल बेखबर हैं।
गौरतलब है कि चण्डीगढ़ प्रशासन द्वारा जारी नोटिस में कहा गया है, ‘आम जनता को अपने वाहनों को अपने घरों के अंदर उप-नियमों के अनुसार पार्क करने के लिए सूचित किया जाता है। सड़कों पर वाहनों की पार्किंग अवैध है। जो लोग सड़कों पर वाहन पार्क करते पाए जाएंगे, ऐसे उल्लंघनकर्ताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।’
इस पर चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एचएस लक्की ने आज एक वक्तव्य में कहा कि प्रति 1000 निवासियों पर 731 वाहनों के घनत्व वाले चंडीगढ़ में घरों के अंदर चौपहिया वाहनों को पार्क करना असंभव है। ऐसे नासमझी भरे नोटिस जारी करके प्रशासन इस समस्या को हल करने के बजाय इसे बढ़ा रहा है। ऐसी स्थिति को विकसित होने देने के लिए प्रशासन को जिम्मेदार ठहराते हुए लक्की ने कहा कि प्रशासन ने समय रहते सामुदायिक पार्किंग की व्यवस्था स्थापित करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया, जिससे इस समस्या से काफी हद तक आसानी से निपटा जा सकता था। उन्होंने कहा कि शहर में एक मास रैपिड ट्रांसपोर्ट सिस्टम लाने का प्रस्ताव भी रोक कर इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है। इसके लिए उन्होंने स्थानीय सांसद किरण खेर और प्रशासन के बीच आपसी अहम और अहंकार को दोषी ठहराया, जिससे शहरवासियों के हित में किसी फैसले पर पहुंचा न जा सका। लक्की ने कहा कि वर्तमान स्थिति में शहर में लोगों को जो ट्रैफिक की समस्या और पार्किंग के संकट का सामना करना पड़ रहा है, वह केवल स्थानीय सांसद और प्रशासन के अड़ियल रवैये व आपसी टकराव के कारण पैदा हुआ है। लक्की ने आरोप लगाया कि अब इस सुन्दर शहर की सुस्त नौकरशाही ने कई साल लगा कर शहर के लिए एक अजीबोगरीब पार्किंग नीति तैयार की है, जिसे 2020 में अधिसूचित किया गया था। इस पार्किंग नीति को लागू नहीं किया जा सका, क्योंकि प्रशासन ने स्वयं ही इसे अव्यावहारिक और अप्रभावी पाया। लक्की ने कहा कि लोगों का कीमती समय और संसाधन बर्बाद करने के बाद तैयार की गयी इस पार्किंग नीति 2020 का मसौदा तैयार करने वाली समिति के सदस्यों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसके विपरीत प्रशासन ने अब शहर के निवासियों को परेशान करने और शहर के ट्रैफ़िक और पार्किंग के मुद्दों के प्रबंधन में अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए सार्वजनिक नोटिस जारी किया है। लक्की ने प्रशासन से सार्वजनिक नोटिस को तुरंत वापस लेने और यातायात और पार्किंग की समस्याओं से निपटने के लिए एक प्रभावी नीति तैयार करने के लिए विपक्षी दलों के नेताओं सहित सभी हितधारकों की एक समिति गठित करने का आग्रह किया है।