कहा- चंडीगढ़ नगर निगम सदन में पिछले 25 वर्षों से जैन समुदाय को नहीं मिला प्रतिनिधित्व
CHANDIGARH, 15 OCTOBER: चंडीगढ़ नगर निगम में पार्षदों के मनोनयन की प्रक्रिया चल रही है। ऐसे में जैन समाज ने भी जैन समाज के किसी एक व्यक्ति को पार्षद मनोनीत किए जाने की मांग कर दी है। इस संबंध में जैन समाज के सभी समुदायों की सर्वोच्च संस्था जैन महासंघ ने कहा है कि चंडीगढ़ नगर निगम के सृजन को 25 वर्ष हो गए हैं लेकिन आज तक जैन समाज के किसी व्यक्ति को नगर निगम में पार्षद मनोनीत नहीं किया गया है, जबकि जैन धर्म भी अल्पसंख्यक समुदाय की कैटेगरी में आता है तथा अन्य सभी अल्पसंख्यक समुदायों को नगर निगम में प्रतिनिधित्व मिल चुका है। केवल जैन समाज को ही आज तक प्रतिनिधित्व नहीं मिला है।
जैन महासंघ के प्रतिनिधि व अणुव्रत समिति के प्रधान मनोज जैन व दिगंबर जैन सोसाइटी के महासचिव संत कुमार जैन ने बताया कि नगर निगम चंडीगढ़ 1994 में अस्तित्व में आया था और पहला निर्वाचित नगर निगम सदन 1996 में बना था। तब से लेकर आज तक पिछले 25 वर्षों में जैन समुदाय के एक भी व्यक्ति को चंडीगढ़ नगर निगम में पार्षद के रूप में नामित नहीं किया गया है, जिससे जैन धर्म के अनुयायी स्वयं को उपेक्षित सा महसूस करते हैं, जबकि जैन समाज देश की सेवा के लिए सदैव सबसे आगे होता है। उन्होंने कहा कि जैन समुदाय भी अल्पसंख्यक कैटेगरी के अंतर्गत आता है लेकिन अक्सर अल्पसंख्यक के रूप में किसी प्रकार का विशेषाधिकार देने में जैन समुदाय की उपेक्षा की जाती है।
उन्होंने बताया कि इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए जैन समाज के एक प्रतिनिधिमंडल ने कुछ माह पहले चंडीगढ़ के प्रशासक एवं पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित से मिलकर चंडीगढ़ नगर निगम में पार्षदों के मनोनयन में जैन समाज को प्रतिनिधित्व देने के लिए निवेदन किया था, जिस पर पुरोहित ने सकारात्मक रवैया दिखाया था। इस मांग को लेकर जैन समाज चंडीगढ़ ने एक पत्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी भेजा था और पीएमओ ने इस पत्र को अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय के सचिव को अग्रेषित कर दिया था। इसे अल्पसंख्यक आयोग ने आगे चंडीगढ़ प्रशासन को आवश्यक कार्रवाई के लिए भेज दिया था लेकिन अब अंदेशा है कि चंडीगढ़ नगर निगम में पार्षदों के मनोनयन में शायद इस बार भी जैन समुदाय की अनदेखी हो जाए, इसलिए जैन समाज पुनः मांग करता है कि चंडीगढ़ नगर निगम में पार्षदों के मनोनयन में जैन समाज को भी प्रतिनिधित्व दिया जाना चाहिए। इस अवसर पर श्री दिगंबर जैन सोसायटी के प्रधान नवरत्न जैन, महासचिव संत कुमार जैन, जैन मिलन के प्रधान धर्म बहादुर जैन, तेरापंथ जैन समाज के प्रधान मनोज जैन, पंजाब अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य सलिल बंसल जैन, एसएस जैन सभा चंडीगढ़ के प्रधान जेके जैन , सदस्य नरेश जैन, मूर्तिपूजक जैन समाज के प्रधान सुशील जैन, पुर्व प्रधान संजय जैन के अलावा बड़ी संख्या में जैन धर्मावलम्बी उपस्थित थे।