CHANDIGARH, 10 OCTOBER: पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने आज दविन्दर कुमार, सहायक रजिस्ट्रार, को-ऑपरेटिव और मार्किटिंग सोसायटीज, ब्लॉक दसूहा, जि़ला होशियारपुर को 20,000 रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ़्तार कर लिया है।
विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि उक्त दविन्दर कुमार को शिकायतकर्ता तजिन्दर सिंह गाँव बेरछा, जि़ला होशियारपुर की शिकायत पर गिरफ़्तार किया गया है। दविन्दर कुमार के अधीन इस ब्लॉक में 70 को-ऑपरेटिव सोसायटीज थीं। उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता ने विजीलैंस के पास दी अपनी शिकायत में दोष लगाया है कि जब वह बतौर मैनेजर, को-ऑपरेटिव सोसायटी, टांडा में तैनात था तो उस वक्त दविन्दर कुमार, सहायक रजिस्ट्रार, को-ऑपरेटिव सोसायटीज ब्लॉक दसूहा अब अतिरिक्त प्रभार डिप्टी रजिस्ट्रार को-ऑपरेटिव सोसायटी होशियारपुर ने उसके खि़लाफ़ गबन का एक केस बनाया था। इस केस के खि़लाफ़ रजिस्ट्रार को-ऑपरेटिव सोसायटीज, पंजाब, चंडीगढ़ के पास दाखि़ल अपील की पड़ताल के उपरांत फ़ैसला उसके हक में होने के बावजूद भी उक्त मुलजिम दविन्दर कुमार, सहायक रजिस्ट्रार ने उसको ड्यूटी पर ज्वाइन नहीं करवाया, बल्कि उसके खि़लाफ़ एक और गबन केस की रिकवरी सम्बन्धी जांच खोल दी।
शिकायतकर्ता ने विजीलैंस को बताया कि उक्त मुलजिम दविन्दर कुमार पहले भी उससे 5,000 रुपए बतौर रिश्वत ले चुका है और अब इस ताज़े केस की जांच उसके हक में करने के बदले 50,000 रुपए माँग रहा है।
विजीलैंस ने शिकायतकर्ता द्वारा लगाए गए दोषों की पड़ताल के उपरांत दो सरकारी गवाहों की हाजिऱी में उक्त मुलजिम को शिकायतकर्ता से 20,000 रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ़्तार कर लिया है। इस सम्बन्धी मुकदमा नंबर 20 तारीख़ 10-10-2022 को भ्रष्टाचार रोकथाम कानून की धारा 7 के अंतर्गत थाना विजीलैंस ब्यूरो, जालंधर में दर्ज कर लिया है और इस सम्बन्धी आगे जाँच जारी है।