CHANDIGARH, 9 OCTOBER: पंचकूला स्थित गुरुद्वारा श्री नाडा साहिब में चल रहे अखंड पाठ का आज भोग डाला गया। इस अवसर पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने गुरुद्वारा साहिब में अरदास की और मत्था टेक कर आशीर्वाद लिया। उन्होंने भारी संख्या में मौजूद संगत को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ने सिखों की भावनाओं की कद्र करते हुए सुप्रीम कोर्ट में हरियाणा में अलग से शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के गठन के केस की अच्छे से पैरवी की। इसी का नतीजा रहा कि फैसला हरियाणा की सिख संगत के पक्ष में आया। इससे पंथ की एकता और मजबूती मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री अकाल तख्त आज भी हाईएस्ट अथॉरिटी है लेकिन जो अलग-अलग जगह गुरुद्वारे बने हैं वहां की व्यवस्था के लिए स्थानीय कमेटियां होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रबंधन की व्यवस्था अलग बनाने से हमारी पंथ एकता के बीच कोई बाधा नहीं आएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब नांदेड़ साहिब, पटना साहिब व दिल्ली राज्य की अलग से शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी बन सकती हैं तो हरियाणा की क्यों नहीं। उन्होंने कहा कि ये केवल शासन और प्रबंध व्यवस्था के लिए है। धार्मिक व्यवस्था सुप्रीम होती है, सरकार की उसमें कोई दखलंदाजी नहीं होती।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार 18 महीने में गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का चुनाव करवाएंगे तब तक एडहॉक कमेटी व्यवस्था देखेगी। चुनाव में समाज जिसे चुनेगा उसे कमेटी की कमान दी जाएगी, इसमें सरकार का कोई हस्तक्षेप नहीं होगा और चुनाव के बाद एडहॉक कमेटी अपना कामकाज नई चुनी हुई कमेटी को सुपुर्द कर देगी। उन्होंने कहा कि पंचकूला में एचएसआईडीसी का प्लॉट नाडा साहिब गुरुद्वारा को देने की बात चल रही है। जल्द ही इस बारे अंतिम फैसला लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट से अपने हाथ में प्रबंधन की ताकत मिली है। उस ताकत का बखूबी इस्तेमाल करते हुए बिना किसी भेदभाव के समाज हित में काम करेंगे। मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताते हुए कहा कि पूरा सिख समाज एकता व भाईचारे की भावना से एकजुट होकर चलेगा और समाज हित में बेहतरीन कार्य करेगा। उन्होंने आश्वासन दिया कि प्रदेश सरकार की ओर से सिख समाज को पूरा सहयोग मिलेगा, सभी मिलकर समाज का भला करेंगे।