हरियाणा को प्रमुख निवेश गंतव्य के रूप में किया गया प्रदर्शित, मुख्यमंत्री ने एल्डर ग्रुप, एडीआईए और डीपी वर्ल्ड के साथ की बैठकें
CHANDIGARH, 4 OCTOBER: हरियाणा को एक प्रमुख निवेश गंतव्य के रूप में बढ़ावा देने के लिए आज दुबई में इन्वेस्ट हरियाणा रोड शो का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में हुए इस रोड शो के दौरान संयुक्त अरब अमीरात के व्यापारिक समुदाय की ओर से काफी उत्साह देखने का मिला। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव डीएस ढेसी, उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आनंद मोहन शरण, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव और हरियाणा राज्य औद्योगिक एवं अवसंरचना विकास निगम (एचएसआईआईडीसी) के अध्यक्ष वी उमाशंकर तथा एचएसआईआईडीसी के प्रबंध निदेशक विकास गुप्ता भी मौजूद थे।
रोड शो के दौरान राज्य की प्रमुख परियोजनाओं जैसे गुरुग्राम में ग्लोबल सिटी, नांगल चौधरी में इंटीग्रेटेड मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक्स हब, हिसार में इंटीग्रेटेड एविएशन हब और इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर तथा सोहना में इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर के बारे में जानकारियां दी गई। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार द्वारा उद्योगों को बढ़ावा देने और उद्योगपतियों की सुविधाओं हेतू की गई विभिन्न पहलों से अवगत करवाया। इन पहलों में सेक्टर-केंद्रित निवेशक-अनुकूल नीतियों, जीआईएस लैंड बैंक, निवेशक सुविधा प्रकोष्ठ, सिंगल रूफ क्लीयरेंस मैकेनिज्म, सेवाओं का समयबद्ध वितरण, शिकायत निवारण प्रणाली शामिल हैं। उन्होंने कहा कि यह सब पहलें निवेशकों के लिए हरियाणा को पसंदीदा प्रमुख गंतव्य के रूप में उभारने और प्रदेश में सुगम कारोबारी माहौल बनाने के लिए शुरू की गई।
यूएई के निवेशकों को हरियाणा की विभिन्न परियोजनाओं में निवेश करने के लिए किया आमंत्रित
मनोहर लाल ने राज्य के विकास के अपने विज़न के बारे में बताया कि प्रदेश में आधुनिक प्रौद्योगिकी क्षेत्रों, भविष्योन्मुखी उद्योगों, निम्न कार्बन हरित बुनियादी ढांचे और ईज ऑफ लिविंग पर अधिक ध्यान केंद्रित किया जाएगा। उन्होंने यूएई और भारत के बीच आर्थिक व सांस्कृतिक संबंधों पर भी प्रकाश डाला। मुख्यमंत्री ने संयुक्त अरब अमीरात के निवेशक समुदाय को हरियाणा की विभिन्न परियोजनाओं में निवेश करने और राज्य व संयुक्त अरब अमीरात के मध्य विश्वास एवं सहयोग पर दीर्घकालिक संबंध मजबूत बनाने के लिए भी आमंत्रित किया। रोड शो की शुरुआत दुबई में भारत के महावाणिज्य दूत अमन पुरी ने अपने स्वागत भाषण के साथ की। उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आनंद मोहन शरण और एचएसआईआईडीसी के प्रबंध निदेशक विकास गुप्ता ने हरियाणा में निवेश के प्रमुख अवसरों पर विस्तृत प्रस्तुति दी।
हरियाणा भारत के प्रमुख औद्योगिक राज्यों में से एक के रूप में उभरा
प्रस्तुतीकरण में बताया गया कि कैसे हरियाणा अपने अद्वितीय भौगोलिक स्थिति, 34 औद्योगिक मॉडल टाउनशिप के मजबूत औद्योगिक बुनियादी ढांचे और 28,540 एकड़ में फैले औद्योगिक संपदा, मजबूत कनेक्टिविटी, ठोस नीतिगत ढांचा और कुशल मैनपॉवर के साथ भारत के प्रमुख औद्योगिक राज्यों में से एक के रूप में उभरा है। इतना ही नहीं, हरियाणा ऑटोमोबाइल, आईटी/आईटीईएस, इलेक्ट्रॉनिक्स, खाद्य प्रसंस्करण, लॉजिस्टिक्स और कपड़ा क्षेत्रों में भी अग्रणी राज्य बना है।
हरियाणा की प्रमुख मेगा परियोजनाएं, औद्योगिक सम्पदाओं व सेक्टर-विशिष्ट क्लस्टर में निवेश के अपार अवसर
हरियाणा की प्रमुख मेगा परियोजनाएं जैसे ग्लोबल सिटी प्रोजेक्ट, जोकि 1080 एकड़ में विकसित की जा रही एक मिक्स्ड लैंड उपयोग परियोजना है, जिसमें जीवन की गुणवत्ता, बुनियादी ढांचे और परिवेश के मामले में किस प्रकार यह परियोजना भविष्य के शहर के लिए एक आदर्श सिटी की परिकल्पना की गई है। दिल्ली-मुंबई औद्योगिक कॉरिडोर से लॉजिस्टिक्स सेवाएं प्रदान करने और एनसीआर / उत्तरी राज्यों व मुंबई बंदरगाह के बीच आर्थिक गतिविधियों को सुविधाजनक बनाने के लिए नांगल चौधरी में 886 एकड़ में विकसित किया जा रहा इंटीग्रेटेड मल्टी मोडल लॉजिस्टिक्स हब, हिसार में 7200 एकड़ में विकसित किया जा रहा एकीकृत विमानन हब और एविएशन हब के आसपास के क्षेत्र में 300 एकड़ क्षेत्र में विकसित किया जा रहा एकीकृत विनिर्माण क्लस्टर तथा आईएमटी सोहना में स्थापित किए जा रहे इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर जैसी बड़ी परियोजनाओं के बारे में जानकारी दी गई। औद्योगिक सम्पदाओं और सेक्टर-विशिष्ट समूहों जैसे फूड पार्क आदि में निवेश के लिए उपलब्ध विभिन्न अवसरों पर भी प्रकाश डाला गया।
मुख्यमंत्री ने अबू धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी के साथ की निवेश के अवसरों पर चर्चा
अपनी दुबई यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री ने अबू धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी (एडीआईए) के साथ हरियाणा में निवेश के प्रमुख अवसरों पर विस्तृत चर्चा की। एडीआईए दुनिया के सबसे बड़े निवेश प्राधिकरणों में से एक है। इस दौरान हरियाणा को एक प्रमुख निवेश गंतव्य के रूप में बढ़ावा देने और राज्य की बड़ी व प्रमुख परियोजनाओं में निवेश करने के अवसरों पर विचार-विमर्श किया गया। एडीआईए ग्रुप ने हरियाणा सरकार के प्रयासों की सराहना की और परियोजनाओं में गहरी दिलचस्पी दिखाई। 1976 में स्थापित एडीआईए एक सॉवरेन वेल्थ फंड है जो लंबी अवधि के मूल्य निर्माण पर केंद्रित रणनीति के माध्यम से अबू धाबी सरकार की ओर से धन का निवेश करती है। एडीआईए को 2022 में 708 बिलियन डॉलर से अधिक की संपत्ति के साथ दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा सॉवरेन वेल्थ फंड के रूप में स्थान दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने एल्डार ग्रुप के साथ भी की बैठक
मुख्यमंत्री ने अबू धाबी में एल्डार ग्रुप के साथ राज्य सरकार के ग्लोबल सिटी प्रोजेक्ट पर चर्चा की। चर्चा का उद्देश्य ग्लोबल सिटी प्रोजेक्ट के विपणन और ग्रुप के मूल्यवान इनपुट प्राप्त करना था, ताकि परियोजना में भाग लेने में उनकी रुचि बढ़े। एल्डार ग्रुप ने परियोजना की अवधारणा और विकास के लिए हरियाणा सरकार की दूरदर्शी सोच की सराहना की और परियोजना में निवेश करने के लिए गहरी दिलचस्पी व्यक्त की। एल्डार ग्रुप भारत में व्यापार करने के ईच्छुक थे और हरियाणा की यह परियोजना उन्हें एक लॉन्चपैड प्रदान करेगी। ग्रुप ने योजना, बुनियादी ढांचे, विपणन, स्थिति और समर्थन के दृष्टिकोण से परियोजना पर अपने सुझाव भी प्रदान किए जो परियोजना के सफल कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने में सहायक होंगे। एल्डार ग्रुप, जिसका मुख्यालय अबू धाबी में है, मार्केट मूल्य के हिसाब से यूएई की सबसे बड़ी रियल एस्टेट डेवलपमेंट और एसेट मैनेजमेंट कंपनियों में से एक है। समूह ने संयुक्त अरब अमीरात में कई प्रतिष्ठित परियोजनाएं विकसित की हैं।
मुख्यमंत्री ने सुल्तान अहमद बिन सुलेयम से मुलाकात की
मुख्यमंत्री ने दुबई में डीपी वर्ल्ड के चेयरमैन और सीईओ सुल्तान अहमद बिन सुलेयम के साथ भी एक महत्वपूर्ण बैठक की। बैठक में नांगल चौधरी में एकीकृत मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक्स हब परियोजना पर चर्चा की गई और ग्रुप से उनके सुझाव मांगे गए। दुबई पोर्ट्स अथॉरिटी और दुबई पोर्ट्स इंटरनेशनल के विलय के बाद 2005 में गठित डीपी वर्ल्ड दुनिया की अग्रणी लॉजिस्टिक्स कंपनियों में से एक है। यह कार्गो लॉजिस्टिक्स, बंदरगाह टर्मिनल संचालन, समुद्री सेवाओं और मुक्त व्यापार क्षेत्रों में माहिर है। यह 70 मिलियन कंटेनरों को संभालती है जो सालाना लगभग 70,000 जहाजों द्वारा लाए जाते हैं। यह वैश्विक कंटेनर यातायात के लगभग 10 प्रतिशत के बराबर है।