अशोक गहलोत, अंबिका सोनी व भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने भी आगे किया मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम, वैध उम्मीदवारों की घोषणा कल
NEW DELHI, 30 SEPTEMBER: कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम भी आज आगे कर दिया गया। कांग्रेस के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन कुमार बंसल और चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एचएस लक्की सहित चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस के बीस नेताओं ने नई दिल्ली स्थित अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के कार्यालय में मल्लिकार्जुन खड़गे के नाम का प्रस्ताव रखा। इसी के साथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए उम्मीदवारी की तस्वीर साफ हाे गई। अब शशि थरूर, मल्लिकार्जुन खड़गे और केएन त्रिपाठी के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है। इस चुनाव में खड़गे को सबसे मजबूत उम्मीदवार माना जा रहा है। जी 23 समूह के नेताओं समेत 30 कांग्रेस नेताओं ने उनका समर्थन किया है।
कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री ने मीडिया को बताया है कि मल्लिकार्जुन खड़गे ने 14 फॉर्म, शशि थरूर ने 5 और केएन त्रिपाठी ने एक फॉर्म जमा कराया है। कल फॉर्मों की जांच करेंगे और शाम को उम्मीदवारों के नाम की घोषणा करेंगे, जो वैध हैं। उन्होंने बताया कि इन 3 में से कोई भी पार्टी का आधिकारिक उम्मीदवार नहीं है। ये अपने दम पर चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने स्पष्ट कर दिया है कि वह पूरी प्रक्रिया में तटस्थ रहेंगी और अगर कोई दावा करता है कि उनके पास उनका समर्थन है, तो यह गलत है।
खड़गे के नाम का प्रस्ताव रखने वालों में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व केंद्रीय मंत्री अंबिका सोनी, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुडा, आनंद शर्मा, मुकुल वासनिक और पृथ्वी राज चव्हाण सहित कई अन्य बड़े कांग्रेस नेता शामिल थे। 80 वर्षीय मल्लिकार्जुन खड़गे पूर्व केंद्रीय मंत्री हैं और वर्तमान में राज्यसभा में कांग्रेस पार्टी के नेता हैं। अथाह राजनीतिक तजुर्बे और सूझबूझ के मालिक खड़गे के नाम पर 2021 में राज्यसभा के लिए चुने जाने से पहले कर्नाटक विधानसभा और लोकसभा के लिए लगातार दस चुनाव जीतने का रिकार्ड है। इससे पहले 16वीं लोकसभा (2014 से 2019) में कांग्रेस पार्टी के नेता के रूप में उनकी भूमिका की सभी ने काफी सराहना की थी। अतीत में कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में उनका अत्यधिक सफल कार्यकाल रहा था।