NEW DELHI, 21 SEPTEMBER: पर्यटन को बढ़ावा देने और सुधार को लेकर हिमाचल में राज्यों के पर्यटन मंत्रियों के साथ केंद्रीय पर्टयन मंत्री ने मंथन किया, जिसमें सभी ने फैसला किया कि अब से सभी पर्यटन स्थलों पर राष्ट्रीय ध्वज लगाया जाएगा। केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि राज्यों और हितधारकों से सभी होटलों और पर्यटन स्थलों पर झंडा लगाने की भी अपील की गई है। दरअसल, हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में राज्य पर्यटन मंत्रियों के साथ केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी ने तीन दिवसिय बैठक की। बैठक में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि एक-दूसरे से सीखने का अवसर प्रदान करने के लिए समय-समय पर इस तरह के सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे और उम्मीद है कि इससे बहुत जल्द वांछित परिणाम मिलेंगे। बैठक में राष्ट्रीय पर्यटन नीति के मसौदे पर भी चर्चा की गई।
तेजी से आगे बढ़ रहा भारतीय पर्यटन उद्योग
राष्ट्रीय पर्यटन नीति का मसौदा भारत के पर्यटन को पुनर्जीवित करने के लिए एक समग्र दृष्टि और रणनीति के साथ तैयार किया गया है और 2047 में इस क्षेत्र द्वारा 1 ट्रिलियन अमेरिकी डालर प्राप्त करने का लक्ष्य है। गौरतलब है कि सभी प्रमुख पर्यटन सूचकांकों ने महामारी के बाद एक बार फिर से घरेलू हवाई यात्री यातायात, होटल अधिभोग और पर्यटकों की संख्या में सुधार के संकेत दिखाना शुरू कर दिया है। केंद्र सरकार पर्यटन में एमएसएमई का समर्थन कर इस क्षेत्र में रोजगार सृजन की संभावनाओं को तेजी से आगे बढ़ा रही है। महामारी के कारण पर्यटन अर्थव्यवस्था को हुए व्यवधान से पूरी तरह से उबरने के लिए पर्यटन मंत्रालय की चल रही योजनाओं के तहत विभिन्न पहलों को मजबूत करने की योजना है।
जी20 की अध्यक्षता तक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित
केंद्र सरकार ने 2023 के जी20 की अध्यक्षता के दौरान भारत को एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके लिए केंद्र सरकार कई सुधारों पर विचार कर रही है। इसके अंतर्गत वीजा सुधार, यात्रा में आसानी, हवाई अड्डों पर यात्री अनुकूल आप्रवासन सुविधाएं और अंतरराष्ट्रीय यात्रा के लिए खुलेपन सहित आवश्यक हस्तक्षेप करने की योजना बना रही हैं। इन्हीं प्रमुख विषयों पर राज्य पर्यटन मंत्रियों के राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान विचार-विमर्श किया गया।
जीडीपी में पर्यटन से 50 बिलियन डॉलर का योगदान
केंद्र सरकार पर्यटन विकास को लेकर काफी सजग है। सरकार ने इस विषय पर विशेष रूप से ध्यान देते हुए, नई कार्ययोजनाओं के साथ-साथ नए लक्ष्य का भी निर्धारण किया है। देश को पर्यटन से 50 बिलियन अमेरिकी डॉलर का सकल घरेलू उत्पाद, विदेशी मुद्रा आय में 30 बिलियन अमेरिकी डॉलर का योगदान प्राप्त करने का अनुमान है। विदेशी मुद्रा आय में 30 बिलियन अमेरिकी डॉलर और 2024 तक 15 मिलियन विदेशी आगमन का लक्ष्य रखा गया है। साथ ही पर्यटन से 250 बिलियन अमेरिकी डॉलर का सकल घरेलू उत्पाद योगदान, पर्यटन क्षेत्र में 137 मिलियन नौकरियां, विदेशी मुद्रा आय में 56 बिलियन डॉलर और 2030 तक 25 मिलियन विदेशी आगमन प्राप्त होने की उम्मीद है।
2025 तक पर्यटन में भारत टॉप 10 देशों में होगा शुमार
केंद्र सरकार की नीतियों के अनुसार टूरिज्म की मार्केटिंग अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होनी चाहिए। इस पहल की झलक पीएम मोदी के विदेशी दौरों पर देखने को मिलती है। बता दें कि पीएम मोदी जिस भी देश का दौरा करते हैं वहां भारतीय टूरिज्म की बात जरूर करते हैं। पर्यटन मंत्रालय भी ऐसी योजना बना रहा है जिससे विदेशी पर्यटकों का रुख भारत की ओर अधिक हो। इसके लिए सभी भारतीय दूतावासों को इस बारे में आदेश दिए गए हैं। केंद्र सरकार सभी दूतावासों में पर्यटक अधिकारियों की शीघ्र ही नियुक्ति करने जा रही है। इन सभी प्रयासों के फलस्वरूप ही उम्मीद जताई गई है कि 2025 तक पर्यटन की दृष्टि से भारत विश्व के टॉप 10 देशों में शुमार होगा। पर्यटन मंत्री ने कहा कि भारत में तीन हजार से भी अधिक हेरिटेज डेस्टिनेशन हैं और इसकी जानकारी पर्यटकों तक पहुंचाने के लिए विभिन्न फलों के माध्यम से जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।
पर्यटन प्रचार के लिए मंत्रालय कर रहा वेबसाइट तैयार
पर्यटन प्रचार के लिए केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय ने वेबसाइट तैयार कर रहा है। बकौल पीएम मोदी ने भारत की बेवासइट को अन्य देशों के मुकाबले सबसे अच्छी वेबसाइट बनाने को कहा है। इसके लिए केंद्रीय पर्यटन मंत्री ने सभी राज्यों अपने अपने क्षेत्र से अच्छे व बेहतर वीडियो व फोटोग्राफ भेजने को कहा है। केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि भारत के आईटी एक्सपर्ट दुनिया में छाए हुए हैं ऐसे में भारत की वेबसाइट भी सबसे अच्छी होनी चाहिए। इसके लिए भी मिशन मोड पर काम किया जा रहा है।
अब पर्यटन इन्वेस्टर कॉन्क्लेव का भी होगा आयोजन
पर्यटन की दृष्टि से देश को विश्व पटल पर पहले दस देशों की सूची में शुमार करने के लिए केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय द्वारा आने वाले दिनों में पर्यटन इन्वेस्टर कॉन्क्लेव का भी आयोजन किया जाएगा। इसके लिए सभी दूतावासों में पर्यटन अधिकारी तैनात करने के अलावा इन्वेस्टर को आकर्षित करने के मेगा प्लान पर काम किया जाएगा। पर्यटन सर्किट में सैलानियों के भ्रमण के लिए केंद्र सरकार ट्रेन देने के लिए तैयार है। केंद्र सरकार द्वारा राज्य को अलग से पर्यटन परिवहन सुविधा देने की योजना पर काम करने को भी कहा गया है।
युवा पर्यटन क्लबों के महत्व पर जोर
राज्य पर्यटन मंत्रियों के राष्ट्रीय सम्मेलन में केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि सभी शिक्षण संस्थानों में एनसीसी, एनएसएस और स्काउट्स एंड गाइड की तर्ज पर पर्यटन युवा क्लब बनाने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि राज्यों को इन पर्यटन क्लबों की स्थापना के लिए युद्ध स्तर पर काम करना चाहिए। रेड्डी ने कहा कि पर्यटन की वास्तविक क्षमता को प्राप्त करने के लिए हर स्तर पर समन्वय सुनिश्चित करने की आवश्यकता है। केंद्रीय मंत्री रेड्डी ने युवा पर्यटन क्लबों के महत्व पर जोर दिया और कहा कि ये क्लब इस क्षेत्र के लिए गेम चेंजर बन सकते हैं।