विश्व की इस महान विभूति को सरकारों और राजनीतिक दलों ने भुला दिया है: केके शारदा
CHANDIGARH, 11 SEPTEMBER: आचार्यकुल चंडीगढ़ ने आज भारत रत्न संत विनोबा भावे की 127वीं जयंती सेक्टर-15 स्थित महर्षि दयानन्द बाल आश्रम में गरीब प्रतिभाशाली बच्चों के साथ मनाई। आचार्यकुल संस्था के अध्यक्ष केके शारदा ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इस मौके पर आश्रम को दरियां भेंट की गईं और आश्रम के बच्चों को मिठाइयां बांटी।
इस अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केके शारदा ने विनोबा भावे के जीवन पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि विनोबा भावे ने देशभर में घूमकर लोगों से हजारों एकड़ भूमि दान में लेकर जरूरत मंद लोगों में बांटी। केके शारदा ने अफसोस जाहिर किया कि विश्व की इस महान विभूति को सरकारों और राजनीतिक दलों ने भुला दिया है। उन्होंने कहा कि किसी सरकार ने संत विनोबा भावे को याद रखने के लिए कोई कार्यक्रम नहीं रखा, न ही प्रचार प्रसार किया। उन्होंने कहा कि सरकारें या राजनीतिक पार्टियां केवल उन्हीं के गुणगान करती हैं, जिनसे वोट मिल सके। उन्होंने कहा कि हमारी संस्था आचार्य विनोबा भावे के कार्यों को लोगों तक पहुंचाने में हमेशा प्रयासरत रहेगी।
संस्था के वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रेम विज ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि संत विनोबा जी ने पाकिस्तान जाकर भी अमीर लोगों से भूमि लेकर जरूरत मंद किसानों में बांटी। संस्था के वरिष्ठ उपाध्यक्ष नलिन आचार्य ने बताया कि विनोबा भावे ने भूमि दान के अतिरिक्त बड़ा काम डाकुओं का आत्मसमर्पण भी करवाया। उपाध्यक्ष डॉक्टर मीना शर्मा ने कहा कि संत जी का समस्त जीवन सादगी और जनसेवा में बीता। इस मौके पर संस्था के महासचिव तेजिंदर सिंह, सदस्य एवं वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. प्रज्ञा शारदा, वरिष्ठ पत्रकार नीरज अधिकारी, राकेश शर्मा, रमेश बल, जीएस चीमा, दीपक शर्मा, नीरज शर्मा आदि भी उपस्थित थे। इस अवसर पर आश्रम के संचालक नीरज कोड़ा ने आचार्य कुल द्वारा आश्रम को दरियां देने पर आभार व्यक्त किया।