CHANDIGARH, 08 SEPTEMBER: पंजाब विजीलैस ब्यूरो की तरफ से भ्रष्टाचार के विरुद्ध जारी मुहिम के दौरान आज गुरप्रीत सिंह कार्यकारी इंजीनियर जल सप्लाई और सेनिटेशन विभाग अबोहर, विजय कुमार उप मंडल इंजीनियर, सुभाष चंद्र जे. ई., गुरनाम सिंह ठेकेदार, जी. पी. डब्ल्यू. एम. सी. चेयरमैन बाज सिंह सरपंच ग्राम पंचायत मंमूखेड़ा और सोहन लाल सचिव ग्राम पंचायत मंमूखेड़ा के विरुद्ध वाटर वर्कस के निर्माण के समय अपेक्षित मात्रा की अपेक्षा कम सीमेंट इस्तेमाल करके सरकार को 5,98,312 रुपए का वित्तीय नुक्सान पहुँचाने के दोष के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया गया है।
आज यहाँ यह जानकारी देते हुए विजीलैस ब्यूरो के एक प्रवक्ता ने बताया कि ब्यूरो की तरफ से यह केस गाँव मंमूखेड़ा में वाटर वर्कस के निर्माण में हुए घपले सम्बन्धी विजीलैंस रिपोर्ट की पड़ताल के आधार पर जुर्म अ/ ध, 120- बी आई. पी. सी. और13 ( 1) ( ए), 13( 2) भ्रष्टाचार रोकथाम कानून के अंतर्गत विजीलैस ब्यूरो के थाना फ़िरोज़पुर में दर्ज किया गया है।
उन्होंने बताया कि पड़ताल के दौरान पाया गया कि इस वाटर वर्कस के निर्माण के समय इस्तेमाल किये गए सीमेंट पलस्तर की मात्रा विश्लेषण के उपरांत हासिल की गई रिपोर्ट अनुसार अपेक्षित मात्रा से 39.51 फीसद कम पाई गई। इस सीमेंट पलस्तर का मानक स्पैसीफिकेशनों के मुताबिक न होने के कारण इस सम्बन्धित की 5,98,312 रुपए की अदायगी का सरकार को वित्तीय नुक्सान हुआ है।
प्रवक्ता ने बताया कि इस वाटर वर्कस में इन्नलैट चैनल, हाई स्तर टैंक, क्लियर वाटर टैंक, फ़िल्टर बैंड और एस. एंड एस. टैंक के निर्माण के काम सुभाष चंद्र जूनियर इंजीनियर, विजय कुमार उप मंडल इंजीनियर, कार्यकारी इंजीनियर रविन्द्र सिंह बांसल और गुरप्रीत सिंह की निगरानी अधीन ठेकेदार गुरनाम सिंह की तरफ से तैयार किये गए थे और इस समय के दौरान जी. पी. डब्ल्यू. एम. सी. के चेयरमैन बाज सिंह सरपंच और सोहन लाल सचिव की निगरानी अधीन उक्त काम होना पाया गया है।
पड़ताल के दौरान रविन्द्र सिंह बांसल कार्यकारी इंजीनियर उक्त की तरफ से अपनी तैनाती ( करीब 03 महीने) के दौरान इस वाटर वर्कस के कामों में सीमेंट पलस्तर के काम की कोई भी अदायगी की जानी नहीं पाई गई है। सरकार के इस वित्तीय नुक्सान के लिए ज़िम्मेदार सुभाष चंद्र जूनियर इंजीनियर, विजय कुमार उप मंडल इंजीनियर ( सेवामुक्त), गुरप्रीत सिंह कार्यकारी इंजीनियर, ठेकेदार गुरनाम सिंह, बाज सिंह सरपंच और सोहन लाल सचिव के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और आगे कार्यवाही जारी है।