इससे पहले मध्य प्रदेश आधारित दो आर्म सप्लायर 55 पिस्तौलों के साथ किये थे काबू, हथियारों की बरामदगी की कुल संख्या 80 तक पहुंची
CHANDIGARH, 7 SEPTEMBER: पुलिस के डायरैक्टर जनरल (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव ने आज यहाँ बताया कि मध्य प्रदेश (एम. पी) से हथियारों के दो सप्लायरों की गिरफ्तारी से अंतर-राज्यीय ग़ैर- कानूनी हथियारों की तस्करी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश करने से कुछ दिन के उपरांत, पंजाब पुलिस ने मध्य प्रदेश के कज़ालपुरा से हथियार बनाने वाले एक व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किये गए व्यक्ति की पहचान सोनू सिंह निवासी गाँव सिगनूर जि़ला खरगोन के तौर पर हुई है, जो एम. पी में हथियारों का एक छोटा निर्माण यूनिट चला रहा था और एम. पी समेत उत्तरी भारत के अलग-अलग राज्यों में ग़ैर-कानूनी ढंग से हथियार सप्लाई करता था। पुलिस ने उक्त के पास से 24 पिस्तौलें और एक रिवाल्वर समेत 25 अन्य हथियार भी बरामद किये हैं, जिससे इस गिरोह से हथियारों की बरामदगी की कुल संख्या 80 हो गई है।
जि़क्रयोग्य है कि पंजाब पुलिस ने शुक्रवार को मध्य प्रदेश के दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया था, जिनकी पहचान भौरेलाल उर्फ मनीष बडे और कैलाश मल्ल सिंह के तौर पर हुई थी, जो बड़े स्तर पर ग़ैर-कानूनी हथियार निर्माण और एम. पी से पंजाब सहित दूसरे राज्यों में हथियारों की सप्लाई करने में शामिल थे। इस सम्बन्धी और जानकारी देते हुये डीजीपी ने बताया कि भोरेलाल और कैलाश मल्ल की प्राथमिक जांच के आधार पर पुलिस टीमों ने कज़ालपुरा से हथियार बनाने वाले को काबू करके उसके कब्ज़े में से 8 पिस्तौल बरामद किये थे।
उन्होंने बताया कि सोनू सिंह के खुलासे पर पुलिस टीमों ने मध्य प्रदेश के बडवानी के गाँव उमारती के नज़दीक ड्रेन के किनारे से उसकी तरफ से बताए गए टिकाने से अन्य 16 पिस्तौल और एक रिवाल्वर भी बरामद किया। प्राथमिक जांच में यह भी सामने आया है कि मुलजिम 20 हज़ार रुपए से 30 हज़ार रुपए में नाजायज हथियार बेचते थे और खरीददार ढूँढने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफार्मों का प्रयोग करते थे।
मुख्यमंत्री भगवंत मान के दिशा-निर्देशों पर समाज विरोधी तत्वों के विरुद्ध शुरु की निर्णायक जंग के हिस्से के तौर पर पंजाब पुलिस की अमृतसर काउन्टर इंटेलिजेंस यूनिट की तरफ से मध्य प्रदेश में पाँच दिनों के लिए चलाई इंटेलिजेंस आधारित मुहिम के दौरान इस गिरोह का पर्दाफाश किया गया। यह कार्यवाही मध्य प्रदेश पुलिस की मदद से की गई है। इस सम्बन्धी हथियार एक्ट की धारा 25/ 54/ 59 और आई. पी. सी. की धारा 120- बी के अंतर्गत एफ. आई. आर. नम्बर 24 तारीख़ 10. 08. 2022 के अधीन पुलिस थाना एस. एस. ओ. सी., अमृतसर में मामला दर्ज है। जि़क्रयोग्य है कि राज्य में से समाज विरोधी तत्वों को काबू करने के बाद, अब पंजाब पुलिस ने पंजाब को अपराध और नशा मुक्त बनाने के लिए नाजायज हथियारों और नशीले पदार्थों की सप्लाई करने वाले नैटवर्क का शुरू से पर्दाफाश करने के लिए सक्रिय पहुँच अपनाई है।