शिक्षक दिवस पर पंजाब के मुख्यमंत्री की घोषणा: एक अक्तूबर से यूनिवर्सिटियों और कालेजों में यूजीसी का 7वां वेतन आयोग लागू होगा

अध्यापकों की कमी दूर करने के लिए सरकारी कालेजों में गेस्ट फेकल्टी अध्यापकों की भर्ती को मंजूरी

CHANDIGARH, 5 SEPTEMBER: अध्यापक दिवस के अवसर पर कालेज अध्यापकों के सम्मान में बड़ी सौगातों का ऐलान करते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज राज्य की यूनिवर्सिटियों और कालेजों में एक अक्तूबर, 2022 से यूनिवर्सिटी ग्रांटस कमीशन (यूजीसी) का 7वां वेतन आयोग लागू करने का ऐलान किया है। आज वीडियो संदेश के द्वारा यह ऐलान करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यूनिवर्सिटियों और कालेजों के स्टाफ की तरफ से लम्बित 7वां वेतन आयोग लागू करने की माँग की जा रही थी और आज इस माँग को स्वीकृत करते हुए एक अक्तूबर से लागू करने का फ़ैसला किया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने सरकारी कालेजों में अध्यापकों की कमी पूरी करने के लिए कालेजों में गेस्ट फेकल्टी अध्यापकों की भर्ती करने का भी ऐलान किया जिससे विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा हासिल करने में कोई मुश्किल पेश नहीं आयेगी।

उन्होंने कहा कि बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए हमारी सरकार पूर्ण तौर पर वचनबद्ध है और कालेजों में अध्यापकों की कमी नहीं रहने दी जायेगी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कालेजों में पहले से पढ़ा रहे गेस्ट फेकल्टी अध्यापकों के मान-भत्ते में भी सम्मान योग्य विस्तार करने का ऐलान करते हुये कहा कि यह टीचर 18-20 साल के समय से शिक्षा दे रहे हैं और सरकार ने इनके मान-भत्ते में विस्तार करने की मंजूरी दे दी है।

अध्यापक दिवस को अपने जीवन का ख़ास दिन बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मैं ख़ुद अध्यापक का पुत्र हूं जिस कारण मेरे लिए आज का दिन विशेष महत्त्व रखता है। माता-पिता के बाद बच्चे की साकारत्मक सृजना में सबसे अहम भूमिका अध्यापक की होती है जो विद्यार्थी जीवन में बच्चे का मार्गदर्शन करता है। इसी कारण अध्यापकों को सम्मान के तौर पर ‘‘राष्ट्र के निर्माता’’ कहा जाता है। बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए ईमानदारी, लगन और समर्पण भावना के साथ ड्यूटी निभा रहे समूह अध्यापकों को मैं आज के दिन की बधाई देता हूं।’’

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