भाजपा व आम आदमी पार्टी के सभी पार्षद स्टडी टूर पर जाने की कर रहे थे तैयारी, अब कांग्रेस के फैसले से मुश्किल में
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एचएस लक्की बोले- हम स्टडी टूर के खिलाफ नहीं लेकिन नगर निगम पर वित्तीय बोझ नहीं डालना चाहिए
Municipal Corporation CHANDIGARH, 3 SEPTEMBER: शहर में कूड़े के डंप की समस्या के समाधान के लिए नगर निगम द्वारा आयोजित किए जा रहे पार्षदों के स्टडी टूर को लेकर चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस ने आज एक बड़ा और ऐसा फैसला कर दिया, जिससे स्टडी टूर के नाम पर सैर-सपाटे का सपना देख रहे दूसरे दलों के पार्षदों को झटका लगना तय है। कांग्रेस ने निर्णय लिया है कि उसके सिर्फ दो पार्षद इस स्टडी टूर पर जाएंगे। कांग्रेस ने इस फैसले के पीछे सरकारी धन की फिजूलखर्ची रोकने तथा नगर निगम पर स्टडी टूर का वित्तीय बोझ न डालने का तर्क दिया है।
उल्लेखनीय है कि इस संबंध में चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस ने आज सेक्टर-35 स्थित कांग्रेस भवन में पार्टी के पार्षदों की एक मीटिंग बुलाई थी। चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष हरमोहिंदर सिंह लक्की की अध्यक्षता में हुई इस मीटिंग में पार्षदों के स्टडी टूर को लेकर पार्टी के सभी पार्षदों की राय ली गई। मीटिंग में स्टडी टूर के हर पहलू पर विचार किया गया। मसलन, इस टूर पर जाने से चंडीगढ़ को क्या लाभ होगा, इसमें क्या ख़ामियां हैं और इस स्टडी टूर के कारण नगर निगम पर कितना वित्तीय बोझ पड़ेगा।
मीटिंग में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एचएस लक्की ने कहा कि हम पार्षदों के स्टडी टूर के ख़िलाफ नहीं हैं। अगर इस टूर से कोई ऐसा नया ज्ञान या नई तकनीक प्राप्त की जा सकती है, जिसका इस्तेमाल शहर में बढ़ रहे कूड़े के पहाड़ को खत्म करने में किया जा सकता है तो कांग्रेस पार्षद जरूर इस स्टडी टूर का हिस्सा बनेंगे लेकिन कांग्रेस चाहती है कि यह स्टडी टूर सरकारी खर्चे पर सिर्फ सैर-सपाटे का माध्यम बनकर न रह जाए और यह नगर निगम के लिए वित्तीय बोझ न बने। इसलिए सभी 35 पार्षदों का एक ही जगह जाना ठीक नहीं है। कम खर्चे में इस स्टडी टूर का शहर को लाभ देने के लिए टूर पर जाने वाले पार्षदों की संख्या सीमित की जानी चाहिए। लक्की ने कहा कि जब से चंडीगढ़ नगर निगम वजूद में आया है, तब से हर बार स्टडी टूर जाते रहे हैं और कई टूरों का चंडीगढ़ को लाभ भी मिला है व शहर को सुचारू ढंग से चलाने में मदद मिली है।
कांग्रेस पार्षद गुरप्रीत सिंह गाबी ने बताया कि इस मीटिंग में निर्णय लिया गया है कि कांग्रेस अपने दो पार्षदों को ही इस स्टडी टूर पर भेजेगी, ताकि सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के बारे में दूसरे राज्यों के नगर निगमों से ज्ञान अर्जित करने के लिए चंडीगढ़ नगर निगम पर वित्तीय बोझ न पड़े। गाबी ने कहा कि इसी कारण कांग्रेस स्टडी टूर को गोवा की जगह मुंबई भेजने के हक में थी, ताकि मुंबई जैसे सबसे बड़े नगर निगम की तरफ से वहां कूड़े का निस्तारण कैसे किया जाता है, इसे देखा जा सके। गाबी ने कहा कि चंडीगढ़ नगर निगम प्रशासन को चाहिए कि पार्षदों का स्टडी टूर उस शहर के लिए बनाए, जहां के नगर निगम देश में अच्छा कार्य कर रहे हैं। गाबी ने बताया कि कांग्रेस पार्टी की तरफ से पार्षद गुरबख्श रावत व जसबीर सिंह बंटी को इस स्टडी टूर में भेजने का निर्णय लिया गया है। चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एचएस लक्की ने कहा कि हर राजनीतिक दल को सोच बड़ी रखनी चाहिए, ताकि नगर निगम पर वित्तीय बोझ डाले बिना शहर में सुधार के कार्य भी हों और चंडीगढ़ को फिर से नम्बर एक पर लाया जा सके।
बता दें कि पिछले दिनों नगर निगम की मीटिंग में लिए गए निर्णय के मुताबिक चंडीगढ़ में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के लिए देश के दूसरे बड़े शहरों की स्टडी करने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए नगर निगम के अधिकारियों के साथ पार्षदों को भी ले जाया जाएगा। हालांकि पूर्व में इस तरह के कई स्टडी टूरों पर सवाल उठते रहे हैं। आरोप लगता रहा है कि पार्षदों के यह स्टडी टूर शहर को लाभ देने वाले कम, सरकारी धन की फिजूलखर्ची ज्यादा रहे हैं। पार्षद दूसरे बड़े शहरों में जाते तो स्टडी के लिए हैं लेकिन ज्यादातर सैर-सपाटा कर लौट आते हैं। चूंकि चंडीगढ़ नगर निगम में यह स्टडी टूर एक परंपरा सी बन गए हैं तो हर पार्षद सरकारी धन पर इस टूर का लुत्फ लेना चाहता है। यही कारण है कि इस बार भी सभी 35 पार्षद स्टडी टूर पर जाने की तैयारी कर रहे हैं लेकिन आज कांग्रेस ने अपने 6 में से सिर्फ दो पार्षदों को स्टडी टूर का हिस्सा बनाने का फैसला करके बाकी भाजपा व आम आदमी पार्टी के पार्षदों के मंसूबों को मुश्किल में डाल दिया है।