CHANDIGARH, 29 AUGUST: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली राज्य सरकार ने लोगों की जान-माल की रक्षा को सुनिश्चित बनाने के लिए पंजाब फायर एंड इमरजैंसी सर्विसेज ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट स्थापित करने का फ़ैसला किया है। यह उत्तरी भारत में अपनी किस्म का पहला इंस्टीट्यूट होगा। इसमें नौजवानों को आग लगने से होने वाली घटनाओं से निपटने के लिए नवीनतम तरीकों की शिक्षा दी जाएगी। इस सम्बन्धी जानकारी देते हुए स्थानीय सरकार मंत्री डॉ. इन्दरबीर सिंह निज्जर ने बताया कि यह हाईटेक इंस्टीट्यूट एस.ए.एस. नगर के लालड़ू कस्बे में बनाया जाएगा। तकरीबन 20 एकड़ क्षेत्रफल में बनने वाला यह इंस्टीट्यूट भारत सरकार से मान्यता प्राप्त होगा और यह पंजाब फायर एंड इमरजैंसी सर्विसेज विभाग के अधीन होगा।
उन्होंने बताया कि इस इंस्टीट्यूट में अत्याधुनिक तकनीकों का उच्च दर्जे का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसमें आग बुझाने, रैसक्यू करने, फायर ऐक्ट्स, स्टेट ऐक्ट्स, नेशनल बिल्डिंग कोड, फायर सेफ्टी स्टैंडडर्ज, इंडस्ट्रियल स्टैंडडर्ज, इमरजैंसी रिस्पॉन्स सिस्टम, स्पैशल सर्विस कॉलेज, इमरजैंसी हालातों से निपटने आदि के कोर्स करवाए जाएंगे। इसमें सेफ्टी के हाई-टेक सामान के साथ विद्यार्थियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
निज्जर के अनुसार यह प्रशिक्षण इंटरनेशनल स्तर के ट्रेंड इंस्ट्रक्टरों द्वारा दिया जाएगा। इसके अलावा प्रशिक्षण के लिए पंजाब फायर सर्विसेज में काम कर रहे योग्य अधिकारियों और कर्मचारियों की सेवाएं भी ली जाएंगी। उन्होंने बताया कि इस इंस्टीट्यूट के खुलने से नौजवानों के लिए रोजग़ार के नए अवसर भी पैदा होंगे। इसके अलावा फायर सर्विसेज में पहले से ही सेवा निभा रहे अधिकारी/कर्मचारी भी यहाँ से एडवांस कोर्स कर सकेंगे। इससे उनको विभागीय तरक्की के अवसर उपलब्ध होंगे।