CHANDIGARH, 05 AUGUST: कांग्रेसियों और अकालियों के जन विरोधी स्टैंड लेने की नुकताचीनी करते हुये पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शुक्रवार को कहा कि इन दोनों पार्टियों के नेता ‘सपनों की दुनिया’ में जी रहे हैं और समझ रहे हैं कि वे अभी भी सत्ता में हैं। यहाँ 72वें राज्य स्तरीय वन महोत्सव के मौके पर करवाए गये राज्य स्तरीय समारोह की अध्यक्षता करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि इन पार्टियों के नेता विधान सभा मतदान की जबरदस्त हार के सदमे में से अभी तक बाहर नहीं आए हैं।
उन्होंने कहा कि इन पार्टियों के नेता अभी भी यह समझ रहे हैं कि वह राज्य में सरकार चला रहे हैं। भगवंत मान ने कहा कि सत्ता के भूखे यह राजनीतिज्ञ यह बात भूल गए हैं कि पंजाब के बुद्धिमान और बहादुर लोगों ने वह सरकार चुनी है, जो उत्साह के साथ उनकी सेवा करे। शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल की कड़ी आलोचना करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि जो नेता पंजाब में 25 साल राज करने की डींगे मारते थे, उनको पंजाब के लोगों ने पूरी तरह नकार दिया है।
भगवंत मान ने कहा कि यह नेता न तो अपनी सीट जीते और न ही अब उसे अपनी पार्टी की तरफ से चुनाव लडऩे के लिए कोई उम्मीदवार मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सत्ता में होते इन नेताओं को यह बात भूल गई थी कि लोकतांत्रिक ढांचे में लोग सबसे पर होते हैं और अगर एक बार आप उनको नजरअन्दाज करोगे तो वह आपको दूसरा मौका नहीं देंगे। पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी पर तंज़ कसते हुये मुख्यमंत्री ने उनकी राजनैतिक गलियारे में से ग़ैर-हाजिऱी पर उंगल उठाई। उन्होंने कहा कि ख़ुद को हर काम करने के समर्थ बताने वाला यह कांग्रेसी नेता मतदान में अपनी पार्टी की हार के बाद में कहीं नजऱ नहीं आ रहा। भगवंत मान ने कहा कि उनको समझ नहीं आ रहा कि चन्नी कहाँ भाग गया है।
उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस के मुख्यमंत्री के उम्मीदवार की यह हालत है तो बाकी पार्टी के बारे अंदाज़ा सहज ही लगाया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह समय का सत्य है कि कांग्रेस और अकाली दल दोनों की पंजाब की राजनीति में अब कोई सार्थकता नहीं रही। उन्होंने कहा कि लोगों ने इन को नकार दिया है क्योंकि वे लोगों की इच्छाओं की पूर्ति करने में नाकाम रहे। भगवंत मान ने कहा कि यह पार्टियाँ अब मीडिया के सामने अपने को अच्छा बनाने के लिए घटिया हथकंडे अपनाने पर उतर आयी हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में पहली बार ऐसी सरकार बनी है, जो लोगों की भलाई के लिए अथक मेहनत कर रही है। उन्होंने कहा कि लोगों को अब प्रशासनिक कामों के लिए चंडीगढ़ और जि़ला हैड क्वार्टरों एवं सरकारी दफ्तरों में धक्के नहीं खाने पड़ेंगे क्योंकि राज्य सरकार सभी सहूलतें लोगों के घरों में पहुँचाना यकीनी बनाऐगी। उन्होंने कहा कि ऐसा ढांचा खड़ा जा रहा है, जिसमें सभी सरकारी स्कीमों का लाभ लोगों को उनके घरों में पहुँचना यकीनी बनेगा, जिससे उनके समय, पैसे और ताकत की बचत होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनाव मुहिम के दौरान उन्होंने राज्य के लोगों के साथ वायदा किया था कि आप सरकार लोगों की तकदीर बदल देगी। उन्होंने कहा कि पहले भी राजनैतिक पार्टियाँ लोगों के साथ ऐसे वायदे करती थीं परन्तु कोई भी लोगों के साथ किये अपने वायदों पर कायम नहीं रही। भगवंत मान ने कहा कि आप सरकार ने अपने कार्यकाल के पहले दिन से ही राज्य की पुरातन शान बहाल करने और लोगों के साथ किया अपना हर वायदा पूरा करने के लिए काम शुरू कर दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के इतिहास में यह पहला मौका है, जब ईमानदार नेताओं की टीम लोगों की सेवा में जुटी हुई है। उन्होंने कहा कि आगामी स्वतंत्रता दिवस के मौके पर 75 आम आदमी क्लीनिक लोगों को समर्पित किये जाएंगे, जहाँ लोगों को मुफ़्त में मानक सेहत एवं इलाज सेवाएं मिलेंगीं।
भगवंत मान ने कहा कि अगले पाँच सालों में राज्य में 16 मैडीकल कालेज बनाए जाएंगे, जिससे मैडीकल कालेजों की संख्या बढ़ कर 25 हो जायेगी, जो पंजाब को मैडीकल शिक्षा के गढ़ में तबदील कर देगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैडीकल शिक्षा लेने के इच्छुक विद्यार्थियों को अब युक्रेन जैसे मुल्कों में जाने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी। उन्होंने कहा कि इन विद्यार्थियों को अपने राज्य के मैडीकल कालेजों में मानक शिक्षा मिलेगी। भगवंत मान ने कहा कि पिछली सरकारों ने इस क्षेत्र की ओर कोई ध्यान नहीं दिया, जिस कारण हमारे विद्यार्थियों को विदेशों का रूख करना पड़ा।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि हमारी सरकार ने मिसाली पहलकदमी के अंतर्गत समाज के हर वर्ग को प्रति बिलिंग सर्किल 600 यूनिट बिजली मुफ़्त देगी। उन्होंने बताया कि इस फ़ैसले के नतीजे के तौर पर राज्य के कुल 74 लाख घरों में से 51 लाख घरों को सितम्बर महीने का बिल सिफऱ/ज़ीरो आऐगा। भगवंत मान ने कहा कि इसी तरह जनवरी महीने में 68 लाख घरों का बिजली बिल ज़ीरो आऐगा। एक मोटे अनुमान के मुताबिक यह संख्या राज्य के कुल घरों का 90 प्रतिशत बनती है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने सिंगल यूज़ प्लास्टिक से छुटकारा पाने के लिए लोगों से सहयोग की माँग की और आने वाली नसलों के लिए वातावरण बचाने के लिए अधिक से अधिक पौधे लगाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने जलवायु परिवर्तन को रोकने हेतु एक लोक लहर शुरू करने की ज़रूरत की निशानदेही की। उन्होंने कहा कि सिंगल यूज़ प्लास्टिक वातावरण के लिए गंभीर ख़तरा है क्योंकि इस प्लास्टिक के न गलने और सैंकड़े सालों तक वातावरण में पड़े रहने और पानी में हज़ारों सालों तक बरकरार रहने के कारण यह वातावरण के लिए बड़ा ख़तरा है।
अपने दौरे के दौरान धूरी विधान सभा हलके लिए नये प्रोजेक्टों का ऐलान करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि शहर को दो हिस्सों में बाँटती रेलवे लाइन पर 15 करोड़ रुपए की लागत से रेलवे ओवर ब्रिज बनाया जायेगा। उन्होंने दो करोड़ रुपए की लागत से आधुनिक सहूलतों वाला पार्क, बैडमिंटन कंपलैक्स को अपग्रेड करके एक ही समय 70 खिलाडिय़ों के खेलने योग्य बनाने और 13 करोड़ रुपए की लागत से शहर के सिवरेज़ सिस्टम को बिल्कुल बदलने का भी ऐलान किया। भगवंत मान ने विद्यार्थियों की हरेक शिक्षा संस्था तक पहुँच आसान करने के लिए सभी पुराने बस पर्मिट बहाल करने का भी ऐलान किया।
अपने संबोधन में वित्त मंत्री हरपाल चीमा ने राज्य के वातावरण को बचाने के लिए इस मुहिम को क्रांतिकारी कदम बताया। उन्होंने राज्य की भलाई के लिए कई मिसाली पहलकदमियां करने के लिए मुख्यमंत्री की सराहना की। इक्_ को संबोधन करते हुये सूचना एवं लोक संपर्क मंत्री अमन अरोड़ा ने मुख्यमंत्री की तारीफ़ करते हुये यह मुहिम शुरू करने को दूरअन्देशी फ़ैसला बताया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की दूरअन्देशी और गतिशील नेतृत्व में पंजाब हरेक क्षेत्र में तरक्की की नयी मंजिलें छू रहा है। अमन अरोड़ा ने कहा कि मुख्यमंत्री का यह ऐतिहासिक कदम है, जिसमें हरेक पंजाबी को पूरे मिशनरी उत्साह के साथ भाग लेना चाहिए। अपने संबोधन में वातावरण मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने कहा कि सिंगल यूज़ प्लास्टिक मानव जीवन के लिए बड़ा ख़तरा बनता जा रहा है।
उन्होंने कहा कि राज्य को इस खतरे से बचाने के लिए हर संभव कदम उठाया जायेगा। वन मंत्री लाल चंद कटारूचक्क ने लोगों को बताया कि राज्य सरकार ने शहीद- ए-आज़म स. भगत सिंह हरियाली लहर शुरू की है। उन्होंने इस मुहिम की सफलता के लिए लोगों से सहयोग की माँग की। इससे पहले मुख्यमंत्री ने पौधे लगा कर इस मुहिम की शुरुआत की। उन्होंने सरकारी स्कूल, बेनड़ा में फलदार पौधों से लदे ट्रैक्टर-ट्रालियों को भी झंडी दिखा कर रवाना किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने प्लास्टिक वाले लिफाफों के विकल्प के तौर पर पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड द्वारा तैयार किया जुट का बैग भी जारी किया। प्रोग्राम के दौरान विधायक नरिन्दर कौर भराज, बरिन्दर गोयल, जसवंत सिंह गज्जणमाजरा, जमील-उर-रहमान, कुलवंत सिंह पंडोरी, डा. बलबीर सिंह और लाभ सिंह उग्गोके, आप नेता गरमेल सिंह, अतिरिक्त मुख्य सचिव वन राज़ी पी श्रीवास्तव, आई. जी. पट्यिला रेंज एम. एस. छीना, डिप्टी कमिशनर जतिन्दर जोरवाल, एस. एस. पी. मनदीप सिंह सिद्धू और अन्य उपस्थित थे।