CHANDIGARH, 24 JULY: नशीले पदार्थों की तस्करी के लिए एम्बुलेंस का दुरुपयोग करने वाले तीन व्यक्तियों की गिरफ्तारी के मामले का संज्ञान लेते हुए डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डिआईजी) रोपड़ रेंज गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने कहा कि वह इस मुद्दे को सिविल, स्वास्थ्य एवं सम्बन्धित रेगुलेटरी अधिकारियों के समक्ष उठाएंगे। गौरतलब है कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के दिशा-निर्देशों पर नशों के खि़लाफ़ चल रही जंग के दौरान मोहाली पुलिस ने रविवार को गाँव दप्पर के नज़दीक अम्बाला-चंडीगढ़ हाईवे पर विशेष नाकाबन्दी के दौरान एम्बुलेंस में एक फर्जी मरीज़ के सिर के नीचे रखे सिरहाने में छुपाकर रखी 8 किलो अफ़ीम बरामद कर अंतर-राज्यीय नशा-तस्करी के रैकेट का पर्दाफाश किया है। गिरफ्तार किए गए मुलजि़मों की पहचान रवि श्रीवास्तव (28) निवासी रामपुर, (यू.पी.) जो मौजूदा समय में चंडीगढ़ स्थित राम दरबार में रह रहा है; हरिन्दर शर्मा (47) निवासी नयागाँव, एस.ए.एस. नगर और अंकुश (27) निवासी गाँव खुडा अली शेर, चंडीगढ़ के रूप में हुई है।
डी.आई.जी. ने कहा कि पंजाब पुलिस को राज्य से नशों को जड़ से खत्म करने के लिए मुख्यमंत्री द्वारा सख़्त निर्देश के चलते मोहाली पुलिस ने एक अंतर-राज्यीय माड्यूल का पर्दाफाश किया है, जिसने इमरजेंसी सेवाओं का दुरुपयोग कर खतरे की घंटी बजा दी है। उन्होंने कहा, ‘‘जाँच के दौरान यह बात सामने आई है कि कैसे मुलजि़मों ने सेकंड हैंड एम्बुलेंस खऱीदी और नशों की तस्करी के लिए इसका प्रयोग करना शुरू कर दिया।’’ पुलिस की जांच से यह बात सामने आई है कि यह कम से कम 10वीं-12वीं बार था जब मुलजि़मों ने बरेली से अफ़ीम की तस्करी करने के लिए इस एम्बुलेंस का प्रयोग किया।
सभी सम्बन्धित अधिकारियों के समक्ष मामला उठाने के अलावा डीआईजी भुल्लर ने कहा कि उन्होंने रेंज के तीनों ही एसएसपीज को अपने सम्बन्धित जिलों में सभी अस्पतालों और ग़ैर-सरकारी संस्थानों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक करें और उनको सौंपी एम्बुलेंसों की सूची प्राप्त करने के लिए भी कहा है, जिससे पुलिस आपराधिक गतिविधियों के लिए इमरजेंसी सेवाओं का प्रयोग करने वाले समाज विरोधी तत्वों को काबू कर सके और असली मरीजों को सुरक्षित सुविधा मुहैया कराने के लिए रास्ता साफ कर सके।
उन्होंने एम्बुलेंस के ऊपर एक विशेष बीकन का प्रयोग करने का सुझाव भी दिया, जोकि एम्बुलेंस में किसी मरीज़ की मौजूदगी और ग़ैर-मौजुदगी को दिखाएगा। नशों की बरामदगी के बारे में और जानकारी देते हुए डीआईजी ने बताया कि उनकी रेंज से 1 अप्रैल, 2022 से कुल 2.41 किलो हेरोइन, 20.42 किलो अफ़ीम, 2.10 क्विंटल भुक्की, 200 ग्राम चरस, 7.29 किलो गाँजा, 40945 नशीले टीके, 870590 नशीली गोलियों के अलावा 8.08 लाख रुपए की नकदी बरामद की गई है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने कुल 211 एफ.आई.आर. दर्ज की हैं, जिनमें से 14 व्यापारिक मामले हैं और 307 नशा-तस्करों/सप्लायरों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस 11 भगौड़े अपराधियों को भी गिरफ्तार किया है। इस दौरान डीआईजी भुल्लर ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा नशों के खि़लाफ़ शुरु की गई जंग तब तक जारी रहेगी जब तक राज्य से नशाखोरी का सफाया नहीं हो जाता।