विरोध के लिए लक्की के नेतृत्व में सुबह ही कालोनी में पहुंच गए थे कांग्रेसजन, प्रशासन व भाजपा के खिलाफ की जमकर नारेबाजी
भाजपा का दावाः बबला, इलाका पार्षद व अन्य भाजपा नेता मिले प्रशासक के सलाहकार से, तब रुका अतिक्रमण विरोधी अभियान
CHANDIGARH, 18 JULY: सेक्टर-26 की बापूधाम कालोनी में चंडीगढ़ प्रशासन व नगर निगम द्वारा अतिक्रमण के खिलाफ आज प्रस्तावित डेमोलिशन ड्राइव को फिलहाल रोक दिया गया है। इसको लेकर भाजपा व कांग्रेस के बीच श्रेय की जंग छिड़ गई है। हालांकि चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस ने बापूधाम कालोनी मेें तोड़फोड़ की इस कार्रवाई के खिलाफ सबसे पहले आवाज उठाई तथा अपनी पूर्व घोषणा के मुताबिक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एचएस लक्की के नेतृत्व में कांग्रेसजन आज सुबह से ही इस तोड़फोड़ को रोकने के लिए बापूधाम कालोनी में इकट्ठे हो गए और प्रशासन, नगर निगम व भाजपा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस बीच, चंडीगढ़ प्रदेश भाजपा ने दावा किया है कि इलाके के भाजपा पार्षद दिलीप शर्मा के आह्वान पर भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व पार्षद देवेंद्र सिंह बबला व प्रदेश प्रवक्ता कैलाश चंद जैन ने चंडीगढ़ के प्रशासक के सलाहकार से मुलाकात कर तोड़फोड़ की इस कार्रवाई को रुकवा दिया।
बता दें कि बापूधाम कालोनी में अतिक्रमण तोड़ने के लिए प्रशासन ने पहले ही घोषणा कर दी थी। प्रशासन की इस कार्रवाई की जद में कई लोगों के मकान भी आ रहे थे। लिहाजा, एक दिन पहले चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस के पदाधिकारियों की हुई एक बैठक में प्रदेश कांग्रेस सचिव रवि ठाकुर ने यह मामला उठाया तो कांग्रेस ने इस तोड़फोड़ का डटकर विरोध करने का निर्णय लिया। कल चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एचएस लक्की ने भी बापूधाम कालोनी में इस तोड़फोड़ को बर्दाश्त न करने व इसे रुकवाने के लिए हर संभव उपाय अपनाने का ऐलान कर दिया। इसके मुताबिक लक्की के नेतृत्व में कांग्रेसजन प्रशासन का अतिक्रमण विरोधी दस्ता आने से पहले ही आज सुबह बापूधाम कालोनी पहुंच गए तथा धरने पर बैठकर प्रशासन व भाजपा के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। बाद में जब कांग्रेस नेताओं ने स्थानीय निवासियों के साथ इस अतिक्रमण विरोधी भियान का विरोध किया तो प्रशासन के अधिकारियों ने उन्हें रोक दिया। इस दौरान कांग्रेस नेताओं से गरमागरम बहस के बाद अधिकारी नरम पड़ गए। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष एचएस लक्की ने दावा किया कि कांग्रेस के कड़े विरोध के बाद ही संबंधित अधिकारी अतिक्रमण विरोधी दस्ते को वापस ले गए। आनन-फानन में पुलिस बल और बुलडोजर भी मौके से हटा दिए गए।
इस मौके पर स्थानीय निवासियों ने पिछले नगर निगम चुनाव में बापूधाम कालोनी से कांग्रेस के उम्मीदवार रहे रवि ठाकुर और ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष मोहम्मद सुलेमान की अगुवाई में भाजपा, प्रशासन और नगर निगम विरोधी नारे लगाए। कांग्रेसजनों ने नगर निगम पर शहर में भाजपा के एजेंट की तरह काम करने का आरोप लगाया, जो कमजोर वर्गों के घरों को लगातार निशाना बना रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने अभी तक चंडीगढ़ में गरीबों के पुनर्वास के लिए एक भी योजना नहीं बनाई है पर इसके उल्ट वह नगर निगम और प्रशासन पर दबाव डाल कर गरीबों के आशियाने उजाड़ने का काम बखूबी कर रही है।
चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एचएस लक्की ने चंडीगढ़ प्रशासन व नगर निगम के अधिकारियों की आलोचना करते हुए कहा कि उन्होंने बापूधाम के लोगों पर बुलडोजर लगाने का फैसला उस समय किया है, जब वे पहले से ही अपने इलाके में लगातार जलभराव के कारण कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने निवासियों को उनके पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया और वादा किया कि भविष्य में किसी भी समय नगर निगम व प्रशासन के अधिकारियों द्वारा उनके अमानवीय आदेश को लागू करने का निर्णय लेने पर कांग्रेस पार्टी बापूधाम के लोगों के वैध अधिकारों की रक्षा के लिए पूरे दल-बल के साथ पुनः विरोध स्थल पर वापस आएगी।
इधर, चंडीगढ़ प्रदेश भाजपा ने दावा किया है कि बापूधाम कालोनी के भाजपा पार्षद दिलीप शर्मा के आह्वान पर भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व पार्षद देवेंद्र सिंह बबला व प्रदेश प्रवक्ता कैलाश चंद जैन ने चंडीगढ़ के प्रशासक के सलाहकार से मुलाकात की व उन्हें बताया कि कालोनी में कुछ लोगों ने जरूरत के अनुसार कुछ बदलाव किए हुए थे तथा जिन्होंने अतिरिक्त निर्माण किया हुआ है, वह हटा दिया गया है और शेष अतिरिक्त निर्माण भी लोग स्वयं ही हटा लेंगे। इसलिए इस कार्रवाई को रोक दिया जाए। भाजपा ने कहा कि सलाहकार ने भाजपा नेताओं की बात सुनकर संबंधित अधिकारियों को डिमोलिशन ड्राइवर को फिलहाल रोक देने के आदेश दिए। भाजपा नेताओं के इस प्रयास पर स्थानीय पार्षद दिलीप शर्मा व लोग स्थानीय लोगों ने भाजपा व सलाहकार का धन्यवाद किया। इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष जतिन्द्र मल्होत्रा के अलावा अनेक भाजपा कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे।
भाजपा की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि देवेंद्र सिंह बबला ने इसके अलावा सेक्टर-28 स्थित आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी की खस्ता हाल के बारे में भी चर्चा की। बबला व कैलाश चन्द जैन ने एक अन्य ज्ञापन में शहर में एमबीबीएस के दाखिले में शहर के रहने वाले निवासियों को वरीयता देने की तर्ज पर अन्य सरकारी संस्थानों में भी दाखिले में भी शहर के बाशिंदों के बच्चों, जिन्होंने पूर्व एग्जाम दूसरी जगह से पास किया है लेकिन उनका परिवार पिछले 5 वर्षों से चंडीगढ़ में रह रहा है, ऐसे बच्चों को अन्य संस्थानों में भी चंडीगढ़ कोटा के अधीन दाखिला देने में वरीयता दिए जाने की मांग की। प्रशासक के सलाहकार ने इस संबंध में भी उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।