हर विद्यार्थी की इच्छा यहां से पढ़ाई करने की
CHANDIGARH, 07 JULY: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल की सरकारी स्कूलों में गुणवत्तापरक शिक्षा देने की कवायत के फलस्वरूप पंचकूला का सेक्टर-12 स्थित राजकीय समेकित मॉडल सीनियर सेकन्डेरी स्कूल पूरे प्रदेश में रोल मॉडल बन कर उभरा है। हर विद्यार्थी की इच्छा है कि वह इस स्कूल से पढ़ाई करे।
स्कूल के प्राचार्य डॉ. पवन गुप्ता के अनुसार वर्तमान में स्कूल में लगभग 2400 विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। स्कूल में पहली, छठी, नौवीं व 11वीं कक्षाओं में दाखिले के लिए विद्यार्थी व अभिभावक पंजीकरण करवाने आते हैं तो इस स्कूल में दाखिला लेने के लिए सब में होड़ सी लगी है। दाखिले ड्रॉ ऑफ लोट्स से माध्यम से करवाए जाते हैं।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा पिछले सात-आठ वर्षों से सरकारी स्कूलों की शिक्षा में परिवर्तन के लिए आरम्भ की गई योजना चाहे वह इन्फ्रास्ट्रक्चर की हो या स्टॉफ से सम्बन्धित हो, स्कूलों में परिवर्तन हुआ है। इस स्कूल के विद्यार्थी पढ़ाई के साथ-साथ खेलों में भी राष्ट्रीय स्तर तक खेल रहे हैं। उन्होंने बताया कि सरकार की सुपर-100 योजना का भी विद्यार्थी लाभ उठा रहे हैं। जेईई, नीट व राष्ट्रीय रक्षा अकादमी की तैयारियों के लिए यह योजना काफी सफल है। इन परीक्षाओं की कोचिंग के लिए जहां 4 से 5 लाख रुपये लग जाते हैं , वहां सुपर-100 में होस्टल के साथ नि:शुल्क कोचिंग दी जाती है। इस बार भी इस स्कूल के आठ विद्यार्थी प्री-क्वाईलीफाई कर चुके हैं। 11वीं-12वीं में स्कूल में कला, वाणिज्य, मेडिकल, नॉन-मेडिकल चारों स्ट्रीम हैं। केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के नियमानुसार इनमें से 240 सीटों पर ही दाखिला हो पाता है। टीचिंग स्टॉफ भी काफी मेहनती है। वह स्वयं भी स्कूल का निरीक्षण करते हैं और कक्षाएं लेते हैं ।
चण्डीगढ़ से भी विद्यार्थियों का रुख पंचकूला के सार्थक स्कूल की ओर
आज यह स्कूल हरियाणा के किसी भी बड़े से बड़े नामी स्कूल से कम नहीं है । अब तो चण्डीगढ़ से भी विद्यार्थी इस स्कूल में दाखिला ले रहे हैं। 11वीं कक्षा में दाखिले के लिए आए सेक्टर-26 से खुशी, बरवाला से पलक शर्मा, चण्डीगढ़ से नवीन, सेक्टर-19 से अभय राणा ने बताया कि उन्होंने फार्म जमा करवा दिया है। अब ड्रा ऑफ लोट्स का इंतजार रहेगा। सभी के अनुसार सार्थक स्कूल के बारे उन्होंने अपने दोस्तों व अन्य रिश्तेदारों से पता लगा। अब आकर इन्फ्रास्ट्रक्चर व पढ़ाई को देखा तो निश्चित रूप से पाया कि इस स्कूल में कुछ तो अलग है, इसलिए वे चाहते हैं कि यहां पढ़ें।