NEW DELHI, 24 JUNE: बार-बार रसोई गैस सिलेंडर भरवाने और बिल भरने से आजादी मिलने वाली है, क्योंकि जल्द ही आपको खाना बनाने के लिए एक ऐसा चूल्हा मिलेगा, जिसके लिए रसोई गैस सिलेंडर या लकड़ी की जरूरत ही नहीं होगी। जी हां, इंडियन ऑयल तथा पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने एक स्वदेशी सोलर कुक टॉप “सूर्य नूतन” विकसित किया है। घर के अंदर इस्तेमाल किए जाने वाले इस चूल्हे की खास बात यह है कि इसे रात में भी प्रयोग किया जा सकता है।
कैसे करेगा काम
दरअसल, इसे इस तरह से डिजाइन किया गया है कि सूर्य नूतन यानि चूल्हा घर के अंदर रहेगा, जबकि बाहर सोलर पैनल लगा रहेगा। सर्य नूतन में एक केबल लगी है, यह केबल छत पर लगी हुई, सोलर प्लेट से जुड़ी होगी। अब सोलर प्लेट से जो ऊर्जा पैदा होती है, वह केबल के जरिए चूल्हे तक पहुंचती है और इसी ऊर्जा से सूर्य नूतन चलता है। खास बात ये है कि इस प्रक्रिया में थर्मल बैटरी में सोलर एनर्जी स्टोर भी होती रहती है, जिससे बिना धूप के या रात में भी खाना पकाया जा सकता है। सूर्य नूतन के जरिए चार लोगों के परिवार के लिए एक दिन का पूरा भोजन यानि नाश्ता + दोपहर का भोजन + रात का खाना आसानी से बनाया जा सकता है। सूर्य नूतन सौर्य कूकर से अलग हो क्योंकि उसे धूप में रख कर चार्ज करना होता है।
किसने किया निर्माण
सूर्य नूतन को इंडियन ऑयल के अनुसंधान एवं विकास केंद्र, फरीदाबाद द्वारा डिजाइन और विकसित किया गया एक पेटेंट उत्पाद है। उन्होंने बताया कि सूर्य नूतन का उपयोग सभी मौसमों और ऋतुओं में किया जा सकता है, जिसमें सूर्य लंबे समय तक या लगातार उपलब्ध नहीं रहता है, जैसे मानसून और अत्यधिक सर्दी।
बाजार में कितनी होगी कीमत
इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के मुताबिक अभी सूर्य नूतन का आरंभिक मॉडल पेश किया गया है। जल्द ही इसका कमर्शियल मॉडल लॉन्च होगा। प्रारंभ में, बेस मॉडल के लिए उत्पाद की लागत लगभग 18,000 रुपये और शीर्ष मॉडल के लिए 30,000 रुपये है। हालांकि, सरकार से सब्सिडी मिलने के बाद दाम में कमी आने की उम्मीद है। इसकी कीमत 10,000-12,000 रूपए तक होने की उम्मीद है। इसके साथ ही माना जा रहा है कि एक वर्ष में अगर 6 से 8 एलपीजी सिलेंडरों की खपत होती है, तो सूर्य नूतन का खरीदार पहले 1-2 वर्षों में ही इस उत्पाद की लागत वसूल लेगा।
मुख्य विशेषताएं
सूर्य नूतन एक स्थान पर स्थापित, रिचार्जेबल और रसोई से हमेशा जुड़ी हुई एक इनडोर सोलर कुकिंग प्रणाली है। यह सूर्य के माध्यम से चार्ज करते समय ऑनलाइन कुकिंग मोड प्रदान करता है, जो सिस्टम दक्षता को अधिकतम करता है और सूर्य से ऊर्जा का सर्वाधिक उपयोग सुनिश्चित करता है। सूर्य नूतन का इन्सुलेशन डिजाइन विकिरण और प्रवाहकीय गर्मी के नुकसान को कम करता है। सूर्य नूतन एक निम्नतम रखरखाव वाली प्रणाली है और उत्पाद काफी टिकाऊ है। सूर्य नूतन एक मॉड्यूलर प्रणाली है और इसे आवश्यकता के अनुसार विभिन्न आकारों में डिजाइन किया जा सकता है।
वैश्विक ऊर्जा संकट में भारत द्वारा उठाए जा रहे कदम
मंत्रालय के मुताबिक सूर्य नूतन में हमारी ऊर्जा सुरक्षा के परिदृश्य को बदलने की क्षमता है, क्योंकि भारत वर्तमान में अपनी एलपीजी आवश्यकताओं का 50 प्रतिशत आयात करता है। वहीं सूर्य नूतन देश में कार्बन डाइऑक्साइड के उत्सर्जन को भी काफी कम करता है और हमारे नागरिकों को जीवाश्म ईंधन की अंतरराष्ट्रीय कीमतों के अत्यधिक उतार-चढ़ाव की चिंता से भी मुक्त रखता है।
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय द्वारा वर्तमान वैश्विक ऊर्जा संकट में उठाए जा रहे अन्य कई कदमों, जिसमें इथेनॉल सम्मिश्रण को 20 प्रतिशत तक बढ़ाना, सतत (एसएटीएटी) योजना के तहत कंप्रेस्ड बायोगैस की खरीद मूल्य को 45 रुपये प्रति किलोग्राम से 54 रुपये प्रति किलोग्राम तक बढ़ाना, अन्वेषण और उत्पादन के तहत क्षेत्र को वर्तमान 7-8 प्रतिशत से 15 प्रतिशत भौगोलिक क्षेत्र में बढ़ाना और हमारी रिफाइनरियों में ग्रीन हाइड्रोजन मिशन को जोरदार तरीके से आगे बढ़ाना आदि के साथ-साथ ‘सूर्य नूतन’ शामिल है।