CHANDIGARH, 10 MAY: पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने आज दोहराया कि पंजाब देश की एकता और अखंडता के खिलाफ दुशमन ताकतों से लगातार खतरे में है और यह जरूरी है कि इस खतरे को रोकने के लिए एकता, समन्वय और मजबूत प्रयास किए जाएं।
मोहाली स्थित पंजाब पुलिस के खुफिया मुख्यालय पर सोमवार शाम हुए आतंकी हमले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि ये हाल की घटनाएं हैं जैसे आर.डी.एक्स की बरामदगी, ड्रोन से भेजे गए ड्रग्स की रिकवरी और पिछले कुछ दिनों में कुछ संदिग्धों की गिरफ्तारी आतंक की ही श्रंख्ला है।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पाकिस्तान की आई.एस.आई की साजिशों के खिलाफ चेतावनी देते हुए कहा कि पाकिस्तान ने पंजाब को लेकर अपनी मंशा कभी नहीं छोड़ी है और हमेशा हर मौके का फायदा उठाने की कोशिश करेगा। उन्होंने विनाशकारी गतिविधियों के लिए आई.एस.आई द्वारा अपराधियों और गैंगस्टरों से निपटने पर भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इस पंजाब विरोधी नेटवर्क में और अधिक हथियार आने और अधिक लोगों के शामिल होने की संभावना है, जिसकी पहचान करने की जरूरत है। पूर्व मुख्यमंत्री ने नई पंजाब सरकार की ‘अनुभवहीनता’ के खिलाफ भी चेतावनी दी और केंद्र सरकार और विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के साथ समन्वय करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, “राज्य सरकार को हर संभव कदम उठाने चाहिए और पंजाब को बचाने के लिए सभी का सहयोग लेना चाहिए।”
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने इस बात पर अफसोस जताया कि अतीत में वह सीमा पार से आतंकवादी समूहों के ख़तरे के ख़िलाफ़ लगातार चेतावनी देते रहे हैं, लेकिन कांग्रेस पार्टी के कुछ नेता गैर-जिम्मेदाराना तरीके से इसे खारिज कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “हमें उम्मीद है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान इस खतरे को गंभीरता से लेंगे और यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे कि कोई हमें नीचा दिखाने की हिम्मत न करे।” इसके लिए उन्होंने हर संभव सहायता व सहयोग देने का भरोसा भी दिया।