CHANDIGARH, 07 MAY: हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि मनुष्य को भगवान को प्राप्त करने, उनके समीप होने तथा भगवान को पाने के लिए भजन ही एकमात्र पथ है। उन्होंने कहा कि जो अपना सब कुछ छोड़ कर भगवान का भजन करता है वह श्रेष्ठ भक्त बनता है।
राज्यपाल आज पंचकूला के सेक्टर 5 स्थित इंद्रधनुष ऑडिटोरियम में संस्कार भारती और हरियाणा कला परिषद के संयुक्त तत्वावधान में आजादी के अमृत महोत्सव के तहत आयोजित भजन संध्या में मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता उनकी धर्मपत्नी बिमला गुप्ता तथा अंबाला के सांसद रतन लाल कटारिया भी उपस्थित थे।
राज्यपाल ने कहा कि उन्हें इस कार्यक्रम में उपस्थित होकर बहुत प्रसन्नता हो रही है। इससे पूर्व जब वे पार्लियामेंट में सदस्य थे तब उन्हें हैदराबाद में पद्मश्री अनूप जलोटा को सुनने का अवसर मिला था और आज जब वे हरियाणा के राज्यपाल हैं तो उन्हें पुनः यह अवसर मिला है। उन्होंने कहा कि 25 वर्ष पूर्व नरेन्द्र मोदी जैसे व्यक्ति भी अनूप जलोटा को सुनने के लिए उत्सुक रहते थे। उन्होंने कहा कि आज पूरा देश भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने पर आज़ादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। उन्होंने संस्कार भारती का स्वागत करते हुए कहा कि संस्कार भारती द्वारा संस्कृति में प्राण फूकने का कार्य किया जा रहा है। संस्कार भारती भारतीय कला, मूल, भजन, नाटय को आगे बढ़ाने के लिए जो कार्य कर रही है, वह सराहनीय है।
उन्होंने कहा कि आज की युवा पीढ़ी को संस्कार की बहुत जरूरत है और हमें भारतीय कला का माध्यम से संस्कारी भारत बनाना है। उन्होंने कहा कि महिलाओं में भक्ति रस रहता है, जो भक्तिभाव से घर में कार्य करती है और सारे घर को जोड़ कर रखती है तथा अपने बच्चों को संस्कार देने का कार्य करती है। उन्होंने कहा कि आज के समय में भक्ति भाव को जगाने की आवश्यकता है और इसके लिए महिलाओं को आगे आना होगा। उन्होंने इस भजन संध्या के सफल आयोजन के लिए संस्कार भारती और हरियाणा कला परिषद को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
इस अवसर पर हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि के 25 वर्ष पूर्व अनूप जलोटा जब चंडीगढ़ आए थे तब उन्हें उनकी मेजबानी करने का अवसर प्राप्त हुआ था। उस समय वे चंडीगढ़ के महापौर थे। उन्होंने कहा के भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी उस समय चंडीगढ़ में ही थे और वे भी अनूप जलोटा जी की भजन संध्या में आये थे।
उन्होंने कहा कि संस्कार भारती की स्थापना 1981 में हुई थी और संस्कार भारती तब से ही विभिन्न कलाओं और कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों में संस्कार पैदा करने का कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों से हमें अपने संस्कार व सभ्यता के बारे में जानने का अवसर मिलता है। उन्होंने संस्कार भारती का इस आयोजन के लिए धन्यवाद करते हुए कहा की अनूप जलोटा पद्मश्री से सम्मानित हैं जो दुनिया भर को अपने भजनों से सराबोर करते हैं। उन्होंने कहा कि हम सब सौभाग्यशाली हैं कि हमें इस भजन संध्या में आने का अवसर मिला है।
इस अवसर पर उन्होंने अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त संगीतकार कंवर जगमोहन का भी स्वागत किया। उन्होंने कहा कि हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय जितने साधारण हैं उतने ही भगवान से जुड़े हुए भी हैं। उन्होंने राज्यपाल का इस कार्यक्रम में पधारने के लिए धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने इतना व्यस्त समय होते हुए भी इस कार्यक्रम के लिए समय निकाला जिसके लिए वे उनके आभारी हैं।
इस अवसर पर सांसद रतनलाल कटारिया, मुलाना के विधायक वरुण चौधरी, बंतो कटारिया उपायुक्त महावीर कौशिक, नगर निगम के महापौर कुलभूषण गोयल, बीजेपी जिला अध्यक्ष अजय शर्मा, महामंत्री वीरेंदर राणा, परमजीत कौर, संस्कार भारती के उत्तर क्षेत्र प्रमुख नवीन अंशुमन सहित काफी संख्या में लोग भी उपस्थित थे।