पानीपत निवासी हीरालाल ने अपने बेटे के साथ गृह मंत्री अनिल विज के समक्ष लगाई गुहार
CHANDIGARH, 22 FEBRUARY: हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने जनता की सुनवाई के दौरान अपराधिक मामले में नामजद पानीपत सीआईए-टू के इंस्पेक्टर सहित अन्य 7 पुलिस कर्मियों को सस्पेंड करने के आदेश दिए। उन्होंने पानीपत के पुलिस अधीक्षक को फोन कर इन पुलिस कर्मियों को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर इसकी रिपोर्ट सौंपने के आदेश दिए। साथ ही अपहरण के मामले में जांच के लिए प्रदेश के डीजीपी को शिकायत भेजी गई है। इसके अलावा, नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए डीएसपी व 2 इंस्पेक्टर के नेतृत्व में टीम गठित करने के निर्देश भी दिए। दरअसल, पानीपत निवासी हीरालाल ने गृह मंत्री विज के समक्ष अपने बेटे के अपहरण मामले की शिकायत की थी। ये निर्देश विज ने आज अंबाला में लोगों की समस्याओं का निवारण करने के दौरान दिए।
गृह मंत्री अनिल विज के समक्ष पानीपत सनोली रोड निवासी 55 वर्षीय हीरा लाल आहूजा ने शिकायत देते हुए बताया कि पानीपत सीआईए-टू स्टाफ के खिलाफ कोर्ट के आदेशों पर बीती 25 दिसंबर को अपहरण, मारपीट व अन्य धाराओं के तहत अपराधिक मामला दर्ज किया गया था। हीरालाल ने आरोप लगाया कि दो माह पहले दर्ज इस मामले में पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की और बल्कि उलटा उसे धमकाया जा रहा है। अनिल विज ने इस मामले में तुरंत सुनवाई करते हुए पानीपत के पुलिस अधीक्षक से बात की जिसके बाद नामजद सीआईए-टू इंस्पेक्टर सहित अन्य को सस्पेंड करने के आदेश दिए। इस मामले में पानीपत सीआईए-2 के इंस्पैक्टर विरेन्द्र, जयबीर राणा, एसआई सुभाष, एएसआई सुमित, पुलिस कर्मी राजेश, राजीव कुमार सहित तीन अन्य पुलिस कर्मचारियों के नाम आ रहे हैं ।
नारायणगढ़ में पुलिस स्टाफ से ठगी मामले में कार्रवाई की मांग
शाहबाद निवासी राकेश कुमार ने गृह मंत्री अनिल विज के समक्ष प्रस्तुत होकर शिकायत दी कि नारायणगढ़ में पुलिस स्टाफ द्वारा उसके साथ नौकरी लगाने के नाम पर 4 लाख की ठगी व धमकियां दी गई थी। मामला दर्ज होने के बावजूद कार्रवाई नहीं हो रही। इस पर गृह मंत्री अनिल विज ने एसपी अम्बाला को आरोपियों को गिरफ्तार कर कार्रवाई के निर्देश दिए।