CHANDIGARH: गत 24 जनवरी को चंडीगढ़ नगर निगम की मासिक मीटिंग में हुए हंगामे को लेकर चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चावला ने सत्तारूढ़ भाजपा को घेरते हुए गारबेज प्रोसेसिंग प्लांट के मामले में एक बार फिर भाजपा को कठघरे में खड़ा किया है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चावला ने आज एक बयान में कहा कि 24 जनवरी को निगम हाउस की मीटिंग में जो हुआ, उसकी कुछ लोगों ने आलोचना की है और चिंता भी ज़ाहिर की है कि अगर यही कुछ होता रहा तो शहर का विकास रुक जाएगा। उनकी यह सोच सही है पर लोकतंत्र में किसी भी चुनी हुई संस्था को ठीक से चलाने की जिम्मेदारी सत्ताधारी पार्टी की होती है। इसके लिए विपक्ष को विश्वास में लेकर उसे नीति बनानी चाहिए। चावला ने कहा कि यह जिम्मेदारी तब और ज्यादा हो जाती है जब सत्ताधारी पार्टी का पूर्ण बहुमत न हो।
उन्होंने कहा कि मीटिंग में सभी एजेंडों को न लेकर सिर्फ गार्बेज प्लांट को लेकर चर्चा किए जाने पर मैं कहना चाहता हूं कि बीजेपी लगातार पिछले 7 साल से यह कह रही है कि कांग्रेस ने यह गलत टेक्नोलॉजी का प्लांट लगाया था। इस बार के नगर निगम चुनाव में इसे मुद्दा बनाते हुए यह वायदा भी किया था कि अब एक नई टेक्नोलॉजी का प्लांट लगाया जाएगा, पर घूम-फिर कर मौजूदा प्लांट को ही रिपेयर करने का प्रस्ताव भाजपा ले आई, जिस पर करीब 8 करोड़ रुपए खर्च होंगे। चावला ने कहा कि इसका विरोध होना स्वाभाविक ही था। मीटिंग में कांग्रेस पार्षद यही कह रहे थे कि क्या भाजपा ने मान लिया है कि कांग्रेस ने ठीक प्लांट लगाया था ?और अब भी यही प्लांट रिपेयर के बाद शहर के कचरे का निपटान करेगा ?
सुभाष चावला ने कहा कि मैंने पहले ही दिन मेयर सर्बजीत कौर से कहा था कि शहर के विकास के हित में हम आपको सहयोग करेंगे, बशर्ते आप भी कुछ मुद्दों और एजेंडों पर हमसे विचार-विमर्श करें लेकिन उन्होंने नहीं किया।