मेयर के लिए AAP की उम्मीदवार रहीं पार्षद अंजू कत्याल, सीनियर डिप्टी मेयर की प्रत्याशी प्रेम लता व डिप्टी मेयर पद के उम्मीदवार रामचंद्र यादव ने दायर की याचिका
CHANDIGARH: गत 8 जनवरी को हुए चंडीगढ़ के मेयर के चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) अब हाईकोर्ट पहुंच गई है। मेयर चुनाव में AAP की उम्मीदवार रहीं पार्षद अंजू कत्याल, सीनियर डिप्टी मेयर की प्रत्याशी रहीं प्रेम लता व डिप्टी मेयर पद के उम्मीदवार रहे रामचंद्र यादव ने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर कर मेयर के पद पर भाजपा की सर्बजीत कौर के निर्वाचन के अलावा सीनियर डिप्टी मेयर पद पर दलीप शर्मा व डिप्टी मेयर पद पर अनूप गुप्ता के चुनाव को चुनौती दी है। उन्होंने इस चुनाव में भाजपा पर चुनाव जीतने के लिए गलत तरीकों का इस्तेमाल करने व धांधली का आरोप लगाया है।
बता दें कि मेयर चुनाव के लिए वोटिंग के बाद गिनती में AAP का एक वोट इनवैलिड करार दे दिया गया था। ऐसे में भाजपा उम्मीदवार सर्बजीत कौर, AAP की अंजू कत्याल के मुकाबले 14-13 यानी एक वोट के अंतर से जीत गई थीं। माना जा रहा था कि इनवैलिड करार दिया गया वोट आम आदमी पार्टी (AAP) के खेमे का था, लिहाजा AAP ने इस वोट को सही बताया था, जबकि भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में पड़े एक फटे वोट को रद्द होने के योग्य बताया था लेकिन इस वोट को वैध मान लिया गया था। यही नहीं, आम आदमी पार्टी (AAP) ने इस चुनाव में सांसद के वोटिंग अधिकार को भी अवैध ठहराया था। यह बात अलग है कि राजनीतिक जानकार एक वोट के इस खेल को खरीद-फरोख्त तथा वोट क्रॉस का परिणाम मानते रहे हैं, जिसके कारण भाजपा न केवल मेयर के पद पर चुनाव जीती, बल्कि सीनियर डिप्टी मेयर पद का चुनाव भी वोट क्रॉस के कारण जीत लिया था। हालांकि डिप्टी मेयर पद पर चुनाव के दौरान AAP व भाजपा उम्मीदवारों को बराबर 14-14 वोट पड़े थे लेकिन ड्रॉ से हुए इस चुनाव के फैसले में भी भाजपा उम्मीदवार अनूप गुप्ता जीत गए थे। इस तरह बहुमत में न होते हुए भी भाजपा इस बार भी मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर व डिप्टी मेयर तीनों पदों पर पुनः काबिज हो गई।
AAP के चंडीगढ़ प्रभारी जरनैल सिंह ने उसी दिन इस चुनाव को लेकर कानूनी सलाह के बाद हाईकोर्ट जाने की बात कही थी और आज AAP ने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में 2022 के मेयर चुनाव को चुनौती दे दी। इसके लिए AAP की पार्षद एवं मेयर चुनाव में उम्मीदवार रहीं अंजू कत्याल, सीनियर डिप्टी मेयर की प्रत्याशी रहीं प्रेम लता व डिप्टी मेयर पद के उम्मीदवार रहे रामचंद्र यादव खुद याची बने हैं। याचिका में मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर व डिप्टी मेयर के लिए अपनाई गई पूरी चुनाव प्रक्रिया को चैलेंज किया गया है। अब सभी राजनीतिक दलों की निगाहें इस याचिका को लेकर हाईकोर्ट के रुख पर टिकी हैं।