CHANDIGARH: पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने आज कहा कि अगर जलियांवाला हत्याकांड के लिए जनरल डायर जि़म्मेदार था तो बरगाड़ी मामले में बेकसूर और शांतमयी प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाने के लिए बादल क्यों नहीं हैं।
यहां सुनाम की अनाज मंडी में एक विशाल जलसे को संबोधन करते हुये मुख्यमंत्री चन्नी ने कहा कि हमारे महान क्रांतिकारी शहीद ऊधम सिंह ने जलियांवाला बाग़ हत्याकांड का बदला लेने के लिए सालों तक इन्तज़ार किया था, जहां जनरल डायर के हुक्मों पर अंग्रेज़ों द्वारा सैंकड़े बेगुनाहों को शहीद कर दिया गया था।
मुख्यमंत्री चन्नी ने कहा कि बरगाड़ी मामले में शांतमयी ढंग से शब्द गाायन कर रहे निहत्थे सिख गोलीबारी में मारे गए थे और इस घटना के लिए अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल और प्रकाश सिंह बादल ही जि़म्मेदार हैं।
शहीद ऊधम सिंह के आज़ादी संघर्ष में डाले योगदान को नमन करते हुये मुख्यमंत्री चन्नी ने कहा कि महान क्रांतिकारी शहीद ऊधम सिंह को जन्म देने वाली इस धरती के लिए उनका सिर श्रद्धा से झुकता है और उनको इस बात पर गर्व है कि उनकी सरकार के कार्यकाल के दौरान सुनाम ऊधम सिंह वाला में स्माकर बन गया है। उन्होंने बताया कि उस समय वह पर्यटन मंत्री थे और दमन थिंद बाजवा ने उनके पास पहुँच करके स्मारक की मंज़ूरी के लिए विनती की थी जिसके उपरांत यह स्मारक निर्मित किया गया।
मुख्यमंत्री चन्नी ने कहा कि उनकी सरकार जल्द ही संगरूर शहर के नज़दीक गाँव बडरुक्खां में शेए-ए -पंजाब महाराजा रणजीत सिंह की प्रतिमा का अनावरण करेगी और इस सम्बन्धी तैयारियाँ पहले ही ज़ोरों पर हैं।
मुख्यमंत्री चन्नी ने कहा कि उनकी सरकार राज्य के आम लोगों को पेश समस्याओं को हल करने के लिए सक्रियता से जुटी हुई है जो कि हाल ही के फ़ैसलों से स्पष्ट दिखाई दे रहा है। मुख्यमंत्री चन्नी ने कहा कि पिछले समय में बादलों ने सरकारी खजाने को लूटा और मुख्यमंत्री के तौर पर पद संभालने के तुरंत बाद उन्होंने नये बने कैबिनेट मंत्री राजा वडि़ंग को बादलों के अवैध ट्रांसपोर्ट कारोबार के विरुद्ध सख़्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री चन्नी ने अपने कैबिनेट साथी की सराहना करते हुये कहा, ‘मैंने राजा वडि़ंग को कहा कि मैं बादलों की अवैध बसों को थानों में देखना चाहता हूं। उन्होंने इसी अनुसार कार्यवाही की और पूरी तनदेही से अवैध बसों का पता लगाया और डिफालटरों के विरुद्ध सख़्ती से कार्यवाही की।’
सुखबीर सिंह बादल पर निशाना लगाते हुये मुख्यमंत्री चन्नी ने कहा कि वह उनकी कार्यवाहियों की नकल करने की कोशिश कर रहे हैं परन्तु वह लोगों का भरोसा जीतने में बुरी तरह असफल रहे हैं, जिनको उसने अपने कार्यकाल के दौरान बेरहमी से लूटा है। ‘आप’ नेता केजरीवाल को बाहरी व्यक्ति बताते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब शामलाट नहीं है और पंजाब निवासी कभी भी किसी बाहरी व्यक्ति को पंजाब की सत्ता पर काबिज़ नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने नशे के मामले में अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया से बिना शर्त माफी माँगी थी परन्तु उनकी सरकार ने मजीठिया के खि़लाफ़ एफआईआर दर्ज करके अकाली नेता की नींद उड़ा दी है।
मुख्यमंत्री चन्नी ने सुनाम और लोंगोवाल में सरकारी स्वास्थ्य संस्थाओं को अपग्रेड करने का ऐलान करते हुये कहा कि उनकी सरकार ने सुनाम हलके की सडक़ों के नवीनीकरण के लिए 7करोड़ रुपए भी मंज़ूर किये हैं। उन्होंने सुनाम की पंचायतों को ‘पंजाब निर्माण प्रोग्राम’ के अंतर्गत विकास ग्रांटें के चैक भी सौंपे। उन्होंने जिले के कस्बा लैहरा की रहने वाली एक जरूरतमंद महिला किरणा रानी को 1लाख रुपए की वित्तीय सहायता का चैक भी दिया।इस दौरान कैबिनेट मंत्री विजय इंदर सिंगला ने भी पंजाब निवासियों को अपेक्षित राहत देने के लिए मुख्यमंत्री का धन्यवाद किया। सिंगला ने मुख्यमंत्री और लोगों को संगरूर जिले में हाल ही में किये विकास कामों के बारे भी अवगत करवाया जो रोजग़ार के मौके पैदा करने और स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने पर केंद्रित हैं।
परिवहन मंत्री अमरिन्दर सिंह राजा वडि़ंग ने भी सुनाम में शहीद ऊधम सिंह का स्मारक बनाने के लिए मुख्यमंत्री चन्नी का धन्यवाद किया।कांग्रेस नेता दामन थिंद बाजवा ने मुख्यमंत्री चन्नी का उनके लोक समर्थकीय फ़ैसलों के लिए धन्यवाद करते हुये कहा कि मुख्यमंत्री चन्नी किसी पार्टी विशेष के मुख्यमंत्री नहीं हैं, बल्कि उन्होंने राज्य के लोगों के कल्याण के लिए कई लोक समर्थकीय फ़ैसले लिए हैं।
इस मौके पर अन्यों के अलावा आईजी पटियाला रेंज एम.एस. छीना, डीसी संगरूर रामवीर, एसएसपी स्वप्न शर्मा, एडीसी अनमोल सिंह धालीवाल, एसडीएम सुनाम जसप्रीत सिंह, हरमनदेव सिंह बाजवा, चेयरपरसन पंजाब एग्रो गीता शर्मा, उद्योगपति घनश्याम कांसल, एमसी सुनाम ऊधम सिंह वाला के प्रधान निशान सिंह, चेयरमैन मार्केट कमेटी सुनाम मुनीश सोनी, प्रधान नगर पंचायत चीमा अवतार सिंह तारी और कुलवंत राय सिंगला मौजूद थे।