कहा- अमरिन्दर ने अकालियों के साथ अपनी सांझा हिस्सेदारी को सही साबित किया
CHANDIGARH: अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया के विरुद्ध एन.डी.पी.एस. एक्ट के अंतर्गत दर्ज केस के बाद पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह और आम आदमी पार्टी के नेता राघव चड्ढा की तरफ से खुलेआम मजीठिया के हक में बयान देने का कांग्रेसी विधायकों ने सख़्त नोटिस लिया है। कांग्रेसी नेताओं ने दोनों नेताओं को आड़े हाथों लेते हुये कहा कि दोनों को क्लीन चिट देने की अकालियों की अपेक्षा भी अधिक जल्दी से सिद्ध होता है कि अमरिन्दर सिंह अकालियों के साथ मिला हुआ और आप अकाली दल की बी टीम है। यह तो वह बात हुई चोर-चोर मौसेरे भाई।
यहां जारी साझा प्रैस बयान में पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वर्किंग प्रधान और विधायक कुलजीत सिंह नागरा समेत दूसरे विधायकों दर्शन सिंह बराड़, कुलबीर सिंह ज़ीरा, बरिन्दरमीत सिंह पाहड़ा, दविन्दर सिंह घुबाया और प्रीतम सिंह कोटभाई ने कहा कि अमरिन्दर सिंह ने सिद्ध कर दिया कि वह अकालियों के साथ मिला हुआ था और अपने साढ़े चार साल के राज के दौरान अकालियों के साथ साझा हिस्सेदारी कायम रख कर मजीठिया को बचाए रखा। आज जब मजीठिया के खि़लाफ़ नशे के मामले में केस दर्ज हुआ तो अमरिन्दर सिंह उसकी हिमायत में खुलेआम बयान दे रहा है।
राघव चड्ढा को आड़े हाथों लेते हुये कांग्रेसी विधायकों ने कहा कि वह तो अपने पार्टी सुप्रीमो अरविन्द केजरीवाल से एक कदम आगे निकला। केजरीवाल ने मजीठिया से माफी माँगी थी और राघव चड्ढा ने तो अकाली दल का प्रवक्ता बन कर मजीठिया की हिमायत में बयान भी जारी कर दिया। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी यह जवाब दे कि वह अकाली दल को अपने 10 साल के माफिया राज और नशे की सरप्रस्ती के मामले में क्लीन चिट दे रही है। आम आदमी पार्टी की तरफ से अकाली दल की बी टीम बन कर किया काम सामने आ गया है।
कांग्रेसी विधायकों ने कहा कि पंजाब के लोगों ने दोनों पक्षों की वास्तविकता को देख लिया है और आने वाले विधान सभा मतदान में अकाली दल के साथ आप पार्टी और अमरिन्दर को भी करारा जवाब देंगे।