चंडीगढ़ में कूड़े का पहाड़ हटाने के दावे से पहले दिल्ली पर दे जवाब
CHANDIGARH: दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को चंडीगढ़ में की गई घोषणाओं के मुद्दे पर घेरते हुए कहा है कि वह विजनलैस और विभाग लैस मुख्यमंत्री हैं। केजरीवाल गोव्लस की तरह एक ही झूठ को सौ बार बोलते हैं यह समझते हैं कि लोग उनके झूठ को सच मानने लगेंगे।
मनोज तिवारी चंडीगढ़ दौरे के दौरान पार्टी कार्यालय कमलम में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उनके साथ भाजपा अध्यक्ष अरूण सूद,पार्टी प्रवक्ता कैलाश जैन, बिहार से पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रमोद कुमार, दिल्ली भाजपा सचिव इशप्रीत बक्शी, दिल्ली भाजपा मीडिया प्रभारी नीलकंठ भी मौजूद थे।
मनोज तिवारी ने कहा कि चंडीगढ़ में कूड़े का पहाड़ खत्म करने का दावा करने वाले केजरीवाल पहले बताएं कि क्या दिल्ली में कूड़े का पहाड़ खत्म हो गया है। दिल्ली में कूड़े का पहाड़ खत्म करने के लिए उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान क्या किया। मनोज तिवारी ने भ्रष्टाचार के मु़द्दे पर केजरीवाल को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि आप सरकार पर दिल्ली जल बोर्ड में 60 हजार करोड़ के गबन का आरोप है। भाजपा की मुस्तैदी से एक अस्पताल निर्माण में 13 हजार करोड़ के घोटाले को अंजाम तक पहुंचने से पहले ही बेनकाब कर दिया गया।
भाजपा सांसद ने कहा कि दिल्ली में भाजपा के सांसद अपने कोटे से सीसीटीवी कैमरे लगवा रहे हैं जिन्हें केजरीवाल दूसरे राज्यों में जाकर अपनी उपलब्धि बता रहे हैं। उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ में फ्री पानी देने का वादा करने वाली आम आदमी पार्टी दिल्ली में यहां से कई गुणा महंगी दरों पर पानी बेच रही है और 80 फीसदी लोग बिजली का तीन गुणा अधिक बिल दे रहे हैं।
मनोज तिवारी ने चंडीगढ़ में चलाई जा रही इलैक्ट्रोनिक बसों के लिए भाजपा की सराहना करते हुए कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री बताएं कि उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान दिल्ली में कितनी इलैक्ट्रिक बसें चलाई हैं। उन्होंने दिल्ली में स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से लचर होने का दावा करते हुए कहा कि आज मोहल्ला क्लीनिक पूरी तरह से फेल हो चुके हैं। इसलिए केजरीवाल ने अब मोहल्ला क्लीनिकों की बात करनी बंद कर दी है।
भाजपा सांसद ने दिल्ली के मुख्यमंत्री को पेंशन के मुद्दे पर घेरते हुए कहा कि चंडीगढ़ में भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में जहां बुढापा पेंशन व अन्य पेंशनों में वृद्धि का ऐलान किया है वहीं दिल्ली देश का ऐसा पहला राज्य है जहां पेंशन बंद हो चुकी है।