बड़ी हवेली में माइनिंग साइट का किया दौरा, कहा-सब कुछ चल रहा है कानून के मुताबिक, 5.50 रुपए पर बिक रही है रेत
CHANDIGARH: आम आदमी पार्टी के दिल्ली के नेताओं द्वारा मुख्यमंत्री चन्नी के हलके में ग़ैर-कानूनी माइनिंग के दावों को सिरे से खारिज करते हुए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने आज माइनिंग वाले स्थानों का दौरा किया, जहाँ उनको कुछ भी ग़ैर-कानूनी नहीं मिला, बल्कि वहां राज्य सरकार द्वारा निर्धारित 5.50 प्रति क्यूसिक कीमतों के मुताबिक रेत बेची जा रही है।
दिल्ली से राज्य में लैंड हुए ‘आप’ नेताओं को कड़ी चेतावनी देते हुए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने स्पष्ट तौर पर कहा कि किसी भी बाहरी व्यक्ति को केवल अपने राजनैतिक हितों के लिए बेबुनियाद हंगामा करने की इजाज़त नहीं दी जायेगी और सरकार भविष्य में राजनैतिक हितों के लिए ऐसी गतिविधियां करने वाले लोगों के विरुद्ध कार्रवाई करने से परहेज़ नहीं करेगी। मुख्यमंत्री चन्नी ने सिविल और पुलिस अधिकारियों समेत बड़ी हवेली माइनिंग साईट का दौरा किया, जहाँ सरकारी मशीनरी के साथ डी-सिल्टिंग का काम चल रहा है। मुख्यमंत्री ने अपने ट्रकों में रेत भरवा रहे चालकों के साथ बातचीत की और उनके द्वारा अदा किये जा रहे भाव संबंधी पूछा। सभी चालकों ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा लागू की गई पॉलिसी के अंतर्गत 5.50 रुपए कीमत के मुताबिक भराई हो रही है। इसी तरह माइनिंग के सभी दस्तावेज़ सही पाए गए, जो ‘आप’ के दिल्ली के नेताओं के झूठे दावों की पोल खोलते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह माइनिंग साईटों पर मुफ़्त रेत मुहैया करवाना चाहते हैं परन्तु गत समय में हुए समझौतांे के कारण वह ऐसा करने में असमर्थ हैं। मुख्यमंत्री चन्नी ने बताया कि उक्त ठेका 31 मार्च तक वैध है और भविष्य में लोगों को रेत /बजरी और भी सस्ती कीमतों पर मिलेंगे।
साईट पर कानून के मुताबिक चल रही माइनिंग पर संतोष प्रकट करते हुए मुख्यमंत्री चन्नी ने रेत की कीमतों बारे लोगों को मूर्ख बनाने की कोशिश करने के लिए ‘आप’ नेताओं राघव चड्ढा और अन्यों को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि चड्ढा और अन्य बाहरी नेताओं को बेबुनियाद मुद्दे छेड़ने की इजाज़त नहीं दी जायेगी, जिनसे राज्य के सुचारू कामकाज में विघ्न पड़ता हो। उन्होंने कहा कि चड्ढा और कुछ दिन पहले एक स्कूल में दाखि़ल होने वाले मनीष सिसोदिया समेत दिल्ली के अन्य ‘आप’ नेताओं के विरुद्ध भविष्य में कार्रवाई अमल में लाई जायेगी। दूसरी तरफ़ मुख्यमंत्री चन्नी ने पंजाब के ‘आप’ नेताओं, वर्करों और आम लोगों का स्वागत किया कि वह किसी भी ग़ैर-कानूनी गतिविधियों को सरकार के ध्यान में लाएं ताकि ज़रुरी कदम उठाना यकीनी बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि माइनिंग साईटों पर गतिविधियां खुले में चल रही हैं। कोई भी पंजाबी, पंजाब का ‘आप’ नेता /वर्कर वीडियो बना सकता है परन्तु हम किसी भी बाहरी व्यक्ति को इस तरह के नाटकीय कृत्यों की इजाज़त नहीं देंगे।
फोरेस्ट रेंज अधिकारी के तबादले सम्बन्धी पत्र बारे पूछे गए सवाल का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री चन्नी ने यह भी स्पष्ट किया कि कोई भी उनको पूछ सकता है कि उसने अपना तबादला ख़ुद करवाया है या सरकार द्वारा तबादला किया गया है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि नदी के बहाव के मार्ग के बीच रेत का एक बड़ा टीला मौजूद है और पानी के निर्विघ्न बहाव को यकीनी बनाने के लिए इस टीले को हटाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि रेत के टीलों को हटाना ज़रूरी है क्योंकि ये पानी के बहाव में रुकावट बनते हैं जिससे पानी के ओवरफ्लो के कारण चमकौर साहिब क्षेत्र में पड़ते गाँवों का काफ़ी नुकसान होता है। मुख्यमंत्री चन्नी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा इस नदी के पानी के बहाव को चैनलाईज़ करने को यकीनी बनाने के लिए नदी में डीसिल्टिंग का कार्य किया जा रहा है।
ज़िक्रयोग्य है कि राघव चड्ढा द्वारा लगाए गए दोषों के सत्य का पता लगाने के लिए मुख्यमंत्री हलके की माइनिंग साईटों का दौरा कर रहे थे जिससे माइनिंग सम्बन्धी असली स्थिति का जायज़ा लिया जा सके। श्री चन्नी ने कहा कि ‘आप’ नेताओं की झूठी और भ्रामक बयानबाजीयों में रत्ती भर भी सच्चाई नहीं है और राज्य सरकार द्वारा निर्धारित की गई दरों के अनुसार ही रेत की खुदाई की जा रही है। मुख्यमंत्री ने ‘आप’ नेताओं को कहा कि पंजाब के अंदरूनी मामलों में दखलअन्दाज़ी करने की जगह ‘आप’ को अपनी ऊर्जा दिल्ली के लोगों की बेहतरी पर केंद्रित करनी चाहिए।
इसके साथ ही पंजाब के स्कूलों के अचानक दौरे कर रहे दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को आड़े हाथों लेते हुए मुख्यमंत्री ने इसे ‘आप’ नेताओं द्वारा पंजाब में राजनैतिक धरातल तलाशने के नापाक मंसूबों का एक और उदाहरण बताया और उनको दिल्ली में अपनी सरकार बचाने की सलाह दी।