कहा- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों की आय दोगुनी करने का वायदा किया था लेकिन अब किसानों से एमएसपी भी छीनने की कोशिश की जा रही
CHANDIGARH: तीन नए कृषि विधेयकों के खिलाफ पंजाब में लगातार तेज हो रहे किसान आंदोलन के बीच सोमवार को चंडीगढ़ में भी इन विधेयकों को लेकर विरोध के स्वर गूंज उठे। चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस ने आज अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा के नेतृत्व में इन कृषि बिलों के खिलाफ बड़ा विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पैदल मार्च व ट्रैक्टर रैली में भाग लिया और संसद में अलोकतांत्रिक तरीके से किसान बिल पारित किए जाने का आरोप लगाते हुए इसके खिलाफ ज्ञापन देने के लिए पंजाब राज भवन की ओर कूच किया।
छाबड़ा ने कहा कि भाजपा सत्ता में आने के बाद सरकारी कर्मचारियों, युवाओं के उपरांत अब किसानों जोकि भारत की रीढ़ हैं, को टारगेट कर उनके हितों के खिलाफ कठोर कानून पारित कर चुकी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने पिछले हफ्ते से पूरे देश में किसानों के साथ एकजुटता के साथ इस बिल के खिलाफ मजबूत विरोध दर्ज किया है, क्योंकि ये बिल बड़े कॉर्पोरेट्स के पक्षधर हैं और बड़े पैमाने पर किसानों के हितों के खिलाफ हैं। छाबड़ा ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार जानती है कि नया किसान कानून किसानों के खिलाफ है, यही वजह है कि उसने संसद में मत विभाजन की बजाय बिलों को अलोकतांत्रिक तरीके से पारित कराया।
विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं ने कहा कि मोदी सरकार बड़े कॉर्पोरेट्स को फायदा पहुंचाने के लिए एमएसपी और मंडी सिस्टम को समाप्त करने की कोशिश कर रही है, जोकि इन सुरक्षा उपायों और न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी के अभाव में छोटे और मध्यम किसानों का शोषण होगा। इस विरोध प्रदर्शन के लिए अपने ट्रैक्टरों के साथ आए किसानों ने पूछा कि क्या मोदी सरकार अपने बयानों में ईमानदार है कि एमएसपी और मंडी प्रणाली को समाप्त नहीं किया जाएगा ? यदि हां तो वह मौजूदा कानूनों में लिखित रूप से इसे शामिल करने में संकोच क्यों कर रही है, जो कि अलोकतांत्रिक तरीके से पारित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि मौजूदा व्यवस्था में मौजूद कुछ खामियों में सुधार के बजाय मोदी सरकार ने ऐसे कानून पारित किए हैं जो भाजपा के बड़े कॉर्पोरेट मित्रों के हाथों किसानों के शोषण को और बढ़ाएंगे।
छाबड़ा ने कहा कि आज सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पंजाब राजभवन तक मार्च और ट्रैक्टर रैली निकाली तथा भारत के राष्ट्रपति को इन कठोर कानूनों को वापस लेने व किसानों को एमएसपी को सुनिश्चित करने और कोई भी नया कानून या नीतियां बनाने से पहले हितधारकों से परामर्श करने के लिए एक ज्ञापन सौंपा। छाबड़ा ने कहा कि कांग्रेस हमेशा देश के किसानों, युवाओं और लोगों के साथ खड़ी रही है और अब भी हम राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्य से नहीं हटेंगे।
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