इस बार किसानों और मजदूरों से जुड़े सवालों पर सरकार से मांगा जवाब
CHANDIGARH: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने आज लगातार तीसरे दिन सरकार के लिए 7 और सवालों की सूची जारी की। उन्होंने इस बार खासतौर पर किसानों और मजदूरों से जुड़े सवाल सरकार से पूछे हैं। हुड्डा का कहना है कि बीजेपी-जेजेपी सरकार की नीतियां पूर्ण रूप से किसान और मजदूर विरोधी हैं। इन नीतियों से परेशान होकर ही दोनों वर्गों को बार-बार सड़क पर उतने के लिए मजबूर होना पड़ता है। हुड्डा ने पूछा है:-
- सरकार अगर कह रही है कि खाद की कोई कमी नहीं है तो रबी की बुआई शुरू होने के बावजूद अबतक किसानों को खाद क्यों नहीं मिल पा रही है? थाने और पुलिस लाइन में खाद बांटने की नौबत क्यों आई? क्यों महज एक बैग खाद के लिए किसान, महिलाओं और बच्चों को भूखे-प्यासे कई-कई घंटे, कई-कई दिन इंतजार करना पड़ रहा है?
- पिछले कई सीजन से लगातार किसान मौसम की मार झेल रहे हैं लेकिन उनको बीमा कंपनियां और सरकार की तरफ से उचित मुआवजा क्यों नहीं दिया जा रहा?
- सरकारी खरीद नहीं होने से जिन किसानों को एमएसपी से कम रेट पर अपनी फसलें बेचनी पड़ रही हैं, उनके नुकसान का जिम्मेदार कौन है? सरकार उन किसानों को हुए नुकसान की भरपाई क्यों नहीं कर रही?
- जब पूरे देश में महंगाई और रोज़मर्रा की जरूरत के हर चीज़ के रेट बढ़ रहे हैं, ऐसे में सरकार ने मंडियों में फसल की उतराई, सफाई, बोरी भराई, कांटा चढ़ाई और तुलाई जैसे काम करने वाले गरीब मजदूरों की मजदूरी में कटौती क्यों कर दी?
- पशुधन बीमा योजना को गठबंधन सरकार ने क्यों बंद किया? किसानों को महज 100 रुपए में मिलने वाले बीमा के लिए आज प्राइवेट कंपनियों को 3-3 हजार रुपये क्यों देने पड़ रहे हैं?
- मौजूदा सरकार ने गरीबों के लिए कांग्रेस कार्यकाल में शुरू की गई 100-100 गज के प्लॉट देने की योजना क्यों बंद की?
- कांग्रेस कार्यकाल में गरीबों को मिलने वाले राशन में मौजूदा सरकार ने कटौती क्यों की? गरीबों को राशन कार्ड पर मिलने वाला सरसों का तेल, नमक, और दाल देना क्यों बंद किया गया?