CHANDIGARH: क्रन्तिकारी विचारधारा के ज्योति पुंज रहे स्वतंत्रता सेनानी एवं संयुक्त पंजाब तथा हरियाणा के हिसार इलाके में निरन्तर 66 वर्षों तक रचनात्मक सोच की जुझारू पत्रकारिता करने वाले स्व. कॉमरेड सहीराम जौहर की 13वीं पुण्यतिथि पर पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश एवं चंडीगढ़ के गांधी स्मारक निधि के मुख्यालय सैक्टर-16 स्थित गांधी स्मारक भवन में आज एक मीडिया संगोष्ठी का आयोजन किया गया। वरिष्ठ पत्रकार एवं चंडीगढ़ प्रेस क्लब के पूर्व प्रधान बलवंत तक्षक ने आज़ादी से पूर्व व आज़ादी के बाद की पत्रकारिता विषय पर मुख्यवक्ता के रूप से अपने विचार रखे। हरियाणा के सेवानिवृत्त एडिशनल डी.जी.पी. वीके कपूर संगोष्ठी के मुख्य अतिथि थे। गांधी स्मारक भवन चंडीगढ़ के निदेशक डॉ. देवराज त्यागी ने संगोष्ठी की अध्यक्षता की।
गोष्ठी की शुरुआत में वयोवृद्ध गांधीवादी नेता एस.एन .सुब्बाराव के निधन पर दो मिनट का मौन रखकर दिवगंत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई। मुख्य वक्ता बलवंत तक्षक ने कहा कि आज़ादी से पूर्व पत्रकारिता एक मिशन था, जिसमें कॉमरेड सहीराम जौहर जैसे जुनूनी युवा ने पूरी लगन श्रद्धा एवं भारत माता को गुलामी की जंजीरो से मुक्त कराने के लिए अपना पत्रकारिता धर्म निभाया, जिसमें पंजाब के प्रसिद्ध पत्रकार लाला जगत नारायण, श्रीराम शर्मा, बनारसी दास गुप्ता, देवकुमार जैन, उदमी राम वर्मा एवं वीरेंद्र के नाम भी उल्लेखनीय हैं।
कॉमरेड सहीराम जौहर, जो कि हिसार शहर में जून 1950 में अमर ज्योति नामक हिन्दी मासिक पत्रिका के संस्थापक सम्पादक बने, ने जून 1951 के अमर ज्योति के संपादकीय में लिखा कि आज कुछ लोगों ने पत्रकारिता को रुपया कमाने की मशीन समझ लिया है और वे पत्रकारिता-मिशन रास्ते से भटक गए हैं। आज 2021 में समाचार पत्र और टी. वी. चैनल विज्ञापनों से भरपूर्ण है।
गोष्ठी में शिक्षाविद रमेश कुमार, प्रसिद्ध साहित्यकार प्रेम विज, आनंद राव, पापिया चक्रवर्ती, गुरप्रीत ने भी भाग लिया। स्व. कॉमरेड सहीराम जौहर के जेष्ठ पुत्र पंजाब, हरियाणा हाईकोर्ट के एडवोकेट अरुण जौहर ने गोष्ठी का संचालन किया।