CHANDIGARH: पंजाब के उप मुख्यमंत्री स. सुखजिन्दर सिंह रंधावा ने आज कहा कि सिंघू हत्याकांड किसानों के संघर्ष को नुकसान पहुंचाने की एक गहरी साजि़श लगती है। तरनतारन के एक अनुसूचित जाति से सम्बन्धित मज़दूर के कत्ल की मौजूदा घटना और मीडिया में हुए ताज़ा खुलासों का जिक्र करते हुये उप मुख्यमंत्री, जिनके पास गृह विभाग है, ने पूर्ण न्याय का वादा करते हुये कहा कि सरकार मामले की गहराई तक पहुँचेगी और इस घटना के असली साजि़शकर्ताओं को बेनकाब करेगी।
निहंग नेताओं में से एक निहंग नेता के भारत सरकार, ख़ास कर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के साथ सम्बन्ध होने के हाल ही में हुए खुलासों के मद्देनजऱ उन्होंने कहा कि इस हत्याकांड ने अब बिल्कुल अलग मोड़ ले लिया है। वही निहंग नेता अब लखबीर सिंह की हत्या के मुख्य दोषी को बचाने की कोशिशें कर रहे हैं।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि अनुसूचित जाति परिवार से सम्बन्धित लखबीर सिंह गाँव चीमा कलां का रहने वाला था और बहुत गरीब था। उन्होंने आगे कहा कि हमें यह पता लगाने की ज़रूरत है कि उसको सिंघू सरहद पर कौन लेकर गया था और किसने दिल्ली तक उसकी यात्रा का ख़र्च किया था क्योंकि उसके पास अपनी रोटी के लिए भी पैसे नहीं थे। उन्होंने स्थानीय प्रशासन को उन कारणों की जांच करने की हिदायत की जिन कारणों से लखवीर चीमा कलां गाँव से सिंघू बार्डर गया था।
हाल ही में सामने आईं ताज़ा तस्वीरों के मद्देनजऱ स. रंधावा ने कहा कि निहंग नेता को केंद्र कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के साथ अपनी मुलाकात का कारण बताने की ज़रूरत होगी और यह भी बताना होगा कि क्या उनको तीन काले खेती कानून के विरुद्ध मुहिम का नेतृत्व कर रहे किसान यूनियनों की तरफ से ऐसा करने का आदेश दिया गया था।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि निहंग नेताओं की तरफ से सिंघू बार्डर पर डेरे और धरने वाले स्थान की महत्ता को देखते हुये निहंग नेताओं के लिए किसान यूनियनों को सूचित करना और केंद्रीय मंत्री के साथ उनकी मीटिंगों संबंधी अपडेट देना लाजि़मी था। उन्होंने कहा कि इससे लोगों के मन में अंदेशे और शक पैदा हुए हैं जिनको दूर करने की ज़रूरत है और पंजाब सरकार साजि़श की जड़ तक पहुँचने और दोषियों को बेनकाब करने और सजा देने के लिए हर संभव यत्न करेगी।