सत्यपाल जैन ने भी दी आहुति
CHANDIGARH: चण्डीगढ़ के सैक्टर-43 में आज नव दशहरा समिति की ओर से दशहरा का पर्व रावण, कुंभकरण और मेघनाद के पुतले जलाने के बजाय हवन-यज्ञ करके मनाया गया। इस अवसर पर चंडीगढ़ के पूर्व सांसद एवं भारत सरकार के अपर महासालिसिटर सत्यपाल जैन मुख्यतिथि के नाते उपस्थित रहे तथा हवन-यज्ञ में आहुति दी।
इस अवसर पर जैन ने कहा कि नव दशहरा कमेटी इसी स्थान पर पिछले 25 वर्षों से लगातार रावण, कुंभकरण और मेघनाद के पुतले जलाकर दशहरा मनाती आ रही है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के चलते समिति ने पिछली बार की तरह इस वर्ष भी दशहरा पुतले जलाने के बजाय हवन-यज्ञ करके मनाने का निर्णय किया।
जैन ने कहा कि हवन-यज्ञ भी बुराइयों को भस्म करके वातावरण को शुद्ध बनाने का काम करता है। इसलिए समाज में बीमारियों और कुरीतियों का अंत हवन-यज्ञ के माध्यम से भी किया जा सकता है। विशेषतौर पर जब कोरोना महामारी के कारण पुतले बनाकर जलाना तथा भारी जनसमूह इकट्ठा करना सम्भव नहीं है। इस अवसर पर जीके गिरधर, डॉ. राजेश मितल, जीएस थिंड, डीके सिंह, प्रदीप पुरी, एडी राजपूत, प्रीति वर्मा, अनामिका वालिया तथा रमेश निक्कू भी उपस्थित थे।