CHANDIGARH: चंडीगढ़ क्रेकर डीलर्स एसोसिएशन चंडीगढ़ ने पटाखों के मामले में चंडीगढ़ प्रशासन की कोई स्पष्ट तथा कारोबारियों के हित में नीति न होने के कारण प्रशासन के खिलाफ इस बार मोर्चा खोल दिया है। एसोसिएशन ने डीसी मनदीप सिंह बराड़ को लिखे एक पत्र में चेतावनी दी है कि यदि अगले हफ्ते तक पटाखों के मामले में कोई स्पष्ट फैसला न किया गया तो क्रेकर डीलर्स एसोसिएशन चंडीगढ़ के तमाम सदस्य डीसी ऑफिस के सामने धरना शुरू कर देंगे, क्योंकि पिछले साल पटाखों के मामले में प्रशासन की लेटलतीफी तथा चंडीगढ़ के पटाखा कारोबारियों के हितों को नजरंदाज किए जाने के कारण यहां पटाखा कारोबारियों को करोड़ों का नुक्सान झेलना पड़ा था।
बता दें कि पिछले साल फेस्टीवल सीजन में प्रशासन ने चंडीगढ़ में पटाखे चलाने, बेचने तथा भंडारण करने पर प्रतिबंध लगा दिया था, जबकि पड़ोसी राज्यों पंजाब व हरियाणा के शहर मोहाली तथा पंचकूला में पटाखों पर कोई बैन नहीं था। यही नहीं, चंडीगढ़ में प्रशासन ने पटाखों पर बैन लगाने का फैसला तब किया था, जब पटाखे बेचने की परमीशन देने के लिए करीब 1650 पटाखा कारोबारियों से अस्थाई लाइसेंस फीस के नाम पर लगभग दस लाख रुपए वसूल कर लिए थे। चंडीगढ़ क्रेकर डीलर्स एसोसिएशन का कहना है कि यह लाइसेंस फीस अब तक संबंधित कारोबारियों को वापस भी नहीं की गई है। ऊपर से अस्थाई लाइसेंस देने की प्रक्रिया शुरू हो जाने के कारण कारोबारियों ने अपना करोड़ों रुपए का माल होलसेल डीलरों व पटाखा फैक्टरियों में बुक करा दिया था लेकिन यह पैसा भी डीलरों व फैक्टरियों में फंस गया था। इस तरह प्रशासन के कारण चंडीगढ़ के पटाखा कारोबारियों को पिछले साल बहुत भारी नुकसान उठाना पड़ा था।
चंडीगढ़ क्रेकर डीलर्स एसोसिएशन चंडीगढ़ के अध्यक्ष देविंदर गुप्ता तथा महासचिव चिराग अग्रवाल ने आज डीसी मनदीप सिंह बराड़ को लिखे पत्र में कहा है कि प्रशासन की अस्पष्ट नीति के कारण पिछले दो साल से चंडीगढ़ के पटाखा कारोबारियों के भविष्य पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। पिछले साल फेस्टीवल सीजन में पटाखे बैन कर दिए गए, जबकि पड़ोसी राज्यों पंजाब, हरियाणा व हिमाचल प्रदेश में पटाखों पर कोई बैन नहीं था। देविंदर गुप्ता व चिराग अग्रवाल ने डीसी से मांग की है कि यदि इस बार भी पंजाब, हरियाणा व हिमाचल प्रदेश में पटाखों पर बैन नहीं लगता है तो चंडीगढ़ में भी पटाखे बैन न किए जाएं। उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ बॉर्डर एरिया होने के कारण इसके लिए फैसले लेते समय प्रशासन को पड़ोसी राज्यों के निर्णयों के साथ चलना चाहिए, ताकि किसी भी मामले में केवल चंडीगढ़ के लोग प्रभावित न हों।
चंडीगढ़ क्रेकर डीलर्स एसोसिएशन चंडीगढ़ के अध्यक्ष देविंदर गुप्ता तथा महासचिव चिराग अग्रवाल ने कहा कि चंडीगढ़ में हजारों कारोबारी पटाखा व्यवसाय से जुड़े हुए हैं, जिनको हर साल फेस्टीवल सीजन से बड़ी उम्मीद होती है लेकिन पिछले कुछ समय से चंडीगढ़ प्रशासन की अस्पष्ट नीतियों के कारण यह कारोबारी भारी नुक्सान झेलने को मजबूर हैं। देविंदर गुप्ता व चिराग अग्रवाल ने डीसी को स्पष्ट शब्दों में चेतावनी दी है कि यदि अगले हफ्ते तक चंडीगढ़ में पटाखों के मामले में प्रशासन ने कोई स्पष्ट फैसला नहीं किया तो चंडीगढ़ क्रेकर डीलर्स एसोसिएशन चंडीगढ़ के तमाम सदस्य डीसी ऑफिस के बाहर धरने पर बैठने को मजबूर होंगे।