सभी सरकारी कार्यालयों में प्रवेश के लिए सरपंचों और काऊंसलरों को एंट्री कार्ड मिलेंगे
CHANDIGARH: वी.आई.पी. कल्चर को रोकने की ज़रूरत पर ज़ोर देते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री स. चरणजीत सिंह चन्नी ने कैबिनेट मंत्रियों को अपने साथ सुरक्षा कर्मियों की संख्या दिशा-निर्देशों के मुताबिक कम से कम रखने के लिए कहा, जैसे कि वह अपनी सुरक्षा में पहले ही कटौती कर चुके हैं।
आज सुबह यहाँ मुख्यमंत्री कार्यालय में पुनर्गठित मंत्री परिषद की पहली बैठक की अध्यक्षता करते हुए स. चन्नी ने कहा कि यह कदम न सिफऱ् अतिरिक्त सुरक्षा कर्मियों की सुयोग्य प्रयोग करने में सहायक होगा, बल्कि इस सम्बन्धी आम लोगों को इस संबंध में अनावश्यक असुविधा से निजात मिलेगी। सरपंचों, काऊंसलरों आदि निर्वाचित प्रतिनिधियों की पहुँच सुविधाजनक बनाने के लिए यह भी फ़ैसला किया गया कि सम्बन्धित डिप्टी कमिश्नर/एस.डी.एम. के कार्यालय से एंट्री कार्ड जारी किए जाएंगे और ऐसे कार्डधारकों को चण्डीगढ़ में स्थित दोनों सिविल सचिवालय समेत राज्य के सरकारी कार्यालयों में निर्विघ्न प्रवेश करने की अनुमति होगी।
व्यापक रूप-रेखा बनाने की ज़रूरत पर ज़ोर देते हुए मुख्यमंत्री ने सभी प्रशासनिक सचिवों/विभागों के प्रमुखों को कार्य योजना तैयार करने के लिए कहा, जिससे विकास परियोजनाएं और लोक कल्याण योजनाओं को समयबद्ध ढंग से लागू किया जा सके। लोगों को साफ़-सुथरा, पारदर्शी और कुशल शासन देने के लिए स. चन्नी ने मंत्रियों को अपनी क्षमता और योग्यताओं के मुताबिक काम करने के लिए कहा, जिससे आम जनता के दरमियान भरोसा पैदा किया जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब उनको अतिरिक्त समय के लिए काम करना होगा, जिससे लोगों को अच्छा शासन देने में उनकी उम्मीदों पर खरा उतरा जा सके। उन्होंने सभी मंत्रियों को पूरी निष्ठा, ईमानदारी और प्रतिबद्धता के साथ डटकर काम करने का आग्रह किया, जिससे सरकार के अक्स को और निखारने के साथ-साथ लोगों ख़ासकर ज़मीनी स्तर तक आम लोगों की आकांक्षाओं की पूर्ति की जा सके।
मुख्यमंत्री ने राज्य में लोक हितैषी प्रयासों और समग्र विकास कार्यों को लागू करने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह और उनके कैबिनेट सहयोगियों की भी तहेदिल से सराहना की।