CHANDIGARH: चंडीगढ़ के पूर्व सांसद तथा भारत सरकार के अपर महासाॉलिसिटर सत्यपाल जैन ने पंजाब विश्वविद्यालय (PU) के चांसलर एवं भारत के उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू एवं वाइस चांसलर प्रो. राजकुमार, का उन्हें पंजाब विश्वविद्यालय की सीनेट (2020-2024) का पुन: सदस्य नामजद करने पर आभार व्यक्त किया है। जैन की पंजाब विश्वविद्यालय की सीनेट सदस्य के तौर पर यह 11वीं पारी होगी।
उल्लेखनीय है कि 1975 में जब देश में इमरजैंसी लगी थी तो सत्यपाल जैन को मैरिट में होने के बावजूद पंजाब विश्वविद्यालय ने लॉ विभाग में प्रवेश देने से इंकार कर दिया था तथा उन्हें तब की सरकार ने लगभग एक वर्ष तक बुड़ैल जेल में बंद रखा था। उन्होंने आपातकाल में ही जेल से छूटने के बाद सीनेट का चुनाव लड़ा।
सबसे पहले जैन 1976 में मात्र 24 वर्ष की आयु में पी.यू. सीनेट के लिए ग्रैजुएट्स निर्वाचन क्षेत्र से निर्वाचित हुए थे तथा लगातार चार बार 1976, 80, 84 एवं 88 में इसी क्षेत्र से चुनाव जीते।
उसके बाद उन्हें लगातार 7 बार भारत के सभी 5 उपराष्ट्रपतियों सर्वश्री के.आर. नारायण, कृष्णकांत, भैरों सिंह शेखावत, हामिद अंसारी तथा अब वेंकैया नायडू ने 1996, 2000, 2004, 2008, 2012, 2016 तथा अब 2021 में सीनेट का सदस्य नामजद किया है।
वर्तमान सीनेट के सभी सदस्यों में सत्यपाल जैन अब 11वीं पारी के एक मात्र सबसे वरिष्ठ सदस्य हो गए हैं। इस तरह 1975 में जिसे विश्वविद्यालय में प्रवेश देने से इन्कार कर दिया गया था तथा 1976 में सबसे कम आयु के सदस्य के नाते सीनेट में प्रवेश करने वाले जैन अब इसी सदन में सबसे वरिष्ठ सदस्य होंगे। आज दिनभर जैन के निवास पर उन्हें बधाई देने के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं, नेताओं व अन्य लोगों का तांता लगा रहा।