CHANDIGARH: पंजाब प्रदेश कांग्रेस में लंबी तनातनी के बाद आज मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आखिरकार सीएम पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने अभी-अभी यहां पंजाब राजभवन पहुंचकर पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित को अपना व अपने मंत्रिमंडल का इस्तीफा सौंप दिया है। इसके बाद पंजाब में अब राष्ट्रपति शासन लागू हो सकता है। पंजाब में अगले साल की शुरूआत में विधानसभा चुनाव होने हैं। इस स्थिति में संभवतः कांग्रेस विधानमंडल का कोई नया नेता चुनकर उसे मुख्यमंत्री बनाने से परहेज कर सकती है।
बता दें कि पंजाब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू से कैप्टन अमरिंदर सिंह का लंबे समय से विवाद चल रहा था। हालांकि पंजाब प्रदेश कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत तथा पार्टी हाईकमान ने कैप्टन-सिद्धू विवाद को हल करने की भरसक कोशिश की लेकिन दोनों के बीच दूरियां इतनी बढ़ गई थीं कि सिद्धू के पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद भी यह कम नहीं हुईं, बल्कि सिद्धू ने कैप्टन सरकार पर हमले और तेज कर दिए थे। इस विवाद के बीच कुछ कांग्रेस विधायक भी कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ हो गए थे। सरकार पर इसका असर साफ देखा जा रहा था। कांग्रेस का मानना था कि इस विवाद का असर पंजाब विधानसभा चुनाव पर भी पड़ सकता है, लिहाजा कहा जा रहा है कि पार्टी हाईकमान ने भी कैप्टन अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री पद छोड़ देने के लिए कहा।