डिब्बाबंद उत्पादों के इच्छुक देश और विदेशों में बैठे ग्राहकों की मांग को पूरा करते हुए PPP मॉडल के द्वारा पूरे साल मिलेंगे उत्पाद
CHANDIGARH: सहकारी संस्थान मिल्कफैड द्वारा अपने उत्पादों में निरंतर वृद्धि के साथ दायरे में किए जा रहे विस्तार की श्रृंखला में त्योहारों के सीज़न के मद्देनज़र आज वेरका (Verka) ब्रांड द्वारा सारा साल बिक्री के लिए नई मिठाईयां लॉन्च की गईं। सहकारिता मंत्री सुखजिन्दर सिंह रंधावा (Sukhjinder Singh Randhawa), सहकारी सभाओं के रजिस्ट्रार विकास गर्ग और मिल्कफैड के एम.डी. कमलदीप सिंह संघा द्वारा यहाँ सैक्टर-34 स्थित मिल्कफैड के मुख्य दफ़्तर में वेरका (Verka) ब्रांड की काजू बर्फी, ब्राउन पेड़ा, सोन पापड़ी, मिल्क केक, नवरत्न लड्डू और मोतीचूर के लड्डू बाज़ार में उतारे।
स. रंधावा ने बताया कि दिसंबर 2019 से सारा संसार COVID-19 महामारी से गुजऱ रहा है और इस समय के दौरान एक बात उभर कर सामने आई कि ग्राहकों का झुकाव डिब्बा-बन्द वस्तुओं की तरफ ज़्यादा बढ़ गया। मिल्कफैड ने इसी ज़रूरत को देखते हुए मिठाई, बेकरी और नमकीन आदि उत्पादों का उत्पादन और बिक्री सार्वजनिक निजी हिस्सेदारी (P.P.P.) के आधार पर करने के लिए ज़रुरी कदम उठाते हुए चण्डीगढ़ स्वीट्स (Chandigarh Sweets) के साथ समझौता किया। इस समझौते के अधीन मिल्कफैड चण्डीगढ़ स्वीट्स (Chandigarh Sweets) से अपने ब्रांड वेरका (Verka) के अधीन मिठाई, नमकीन और बेकरी आदि उत्पादों का उत्पादन करके सारा साल बिक्री रोयलटी के आधार पर करेगी। पी.पी.पी. के अधीन पार्टी द्वारा मिल्कफैड को एक साल में 30 करोड़ रुपए की मिठाई, नमकीन और बेकरी की बिक्री करने का लक्ष्य है और यह बिक्री न सिफऱ् राष्ट्रीय स्तर पर बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी की जाएगी। मिठाईयों के बाद नमकीन और बेकरी उत्पाद बाज़ार में उतारे जाएंगे।
सहकारिता मंत्री ने आगे बताया कि वेरका द्वारा पहले दीवाली के त्योहार के अवसर पर ही मिठाई बनाई और बेची जाती थी, जबकि वेरका को पसंद करने वाले ग्राहक सारा साल इन उत्पादों की माँग करते थे। ग्राहकों की यह माँग भी अब पूरी हो जाएगी। उन्होंने कहा कि पी.पी.पी. मॉडल के द्वारा लॉन्च किए गए इन उत्पादों से मिल्कफैड का बिना किसी निवेश के अपने ब्रांड के नाम से ही 30 करोड़ रुपए का टर्न ओवर बढ़ेगा और यह लाभ सीधा दूध उत्पादक किसानों को मिलेगा। उन्होंने कहा कि उत्पादों के लिए कच्चा माल और इसकी शुद्धता पर कंट्रोल मिल्कफैड द्वारा ही किया जाएगा।
मिल्कफैड के एम.डी. कमलदीप सिंह संघा ने कहा कि मंदी के दौर में मिल्कफैड द्वारा मिल्क प्लांटों के आधुनिकीकरण और इनकी क्षमता बढ़ाने के लिए 254 करोड़ रुपए की लागत के साथ कई विकास और विस्तार प्रोजैक्ट जालंधर, लुधियाना, मोहाली और पटियाला डेरियों में चल रहे हैं। इसके अलावा 138 करोड़ रुपए की लागत से बस्सी पठाना में मेगा डेयरी प्रोजैक्ट इस महीने के अंत तक मुकम्मल हो रहा है। उन्होंने कहा कि इससे पहले मिल्कफैड द्वारा वेरका डेयरी व्हाईटनर, प्रसिद्ध हल्दी दूध, विभिन्न किस्मों के पीओ दूध की पी.पी.बोतलें और असली फल वाली आईस क्रीम्ज़ को सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया था।
सहकारी सभाओं के रजिस्ट्रार विकास गर्ग ने कहा कि कोविड-19 महामारी के समय में देश का पूरा उद्योग और सेवा क्षेत्र आर्थिक मंदी से जूझ रहा था, परन्तु मिल्कफैड पंजाब ने दूध उत्पादकों की सेवा हेतु साल 2020-21 में पिछले साल की अपेक्षा 17 प्रतिशत और अधिक दूध खरीदा और इस कठिन समय में दूध उत्पादकों के लिए दूध की खरीद रेट वाजिब रखने में बहुत बढिय़ा भूमिका निभाई।
चण्डीगढ़ स्वीट्स के एम.डी. रमेश अग्रवाल ने कहा कि भारत से बाहर कनाडा, अमरीका, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और खाड़ी मुल्कों में वेरका ब्रांड की बहुत माँग थी और आज इन ब्रांडों के लॉन्च होने से अब देश के साथ विदेशी ग्राहकों की काफी पूरानी माँग पूरी हो गई है।