CHANDIGARH: चंडीगढ़ के पूर्व मेयर एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता सुभाष चावला ने भाजपा पर केंद्र शासित प्रदेशों के साथ पक्षपात करने, चंडीगढ़ के लोगों के साथ अन्याय करने और कोरोनाकाल के दौरान जनता को राहत पहुंचाने में भेदभाव करने का आरोप लगाया है। चावला का कहना है कि चंडीगढ़ के लोगों का क्या कसूर है कि उन्हें केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर की तर्ज पर कोरोनाकाल में आर्थिक राहत नहीं दी जा रही है, उल्टे पानी के रेट बढ़ाकर चंडीगढ़ के लोगों को परेशान किया जा रहा है।
चंडीगढ़ में पानी के रेट तीन गुना बढ़ाए, बिजली बिल भी दोगुने
केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा द्वारा वहां के लोगों के पानी-बिजली के बिल एक साल के लिए आधे करने और छोटे व्यापारियों के लिए 1400 करोड़ का पैकेज दिए जाने की घोषणा के बाद चंडीगढ़ के पूर्व मेयर सुभाष चावला ने एक बयान में कहा कि चंडीगढ़ भी जम्मू-कश्मीर की तरह ही एक केंद्र शासित प्रदेश है और दोनों जगह बीजेपी सत्ता पर काबिज है। ऐसे में दो केंद्र शासित प्रदेशों के बीच इतना भेदभाव गलत है। चावला ने कहा कि चंडीगढ़ की जनता का क्या कसूर है, जो कोरोनाकाल में आर्थिक संकट से जूझ रहे लोगों को यहां राहत देने के बजाय भाजपा शासित नगर निगम ने पानी के रेट तीन गुना तक बढ़ा दिए हैं। बिजली के बिल भी दोगुने आ रहे हैं।
व्यापारियों का भी घोंटा जा रहा गला
चावला ने कहा कि चंडीगढ़ के व्यापारियों का भी हर तरह से गला घोंटा जा रहा है। सेक्टर-23 में छोटे बूथ वाले दुकानदारों पर तो मानो कोई हंटर ही चला दिया हो। ये दुकानदार जिस बूथ का 24 रुपए महीना किराया देते थे, उसे अब बढ़ाकर 21000 रुपए महीना कर दिया है। चावला ने कहा कि इस तरह के कई और फैसले लिए गए हैं, जिनसे चंडीगढ़ के छोटे व्यापारियों की तो कमर ही टूट जाएगी। चावला ने फिर सवाल दोहराया है कि बीजेपी चंडीगढ़ की जनता को किस बात की सजा दे रही है? क्या इसलिए कि उसने भाजपा को वोट दिए या चंडीगढ़ के लोगों की देश भक्ति में कोई कमी हैै?