CHANDIGARH: आम आदमी पार्टी के चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव प्रभारी चंद्रमुखी शर्मा ने सोमवार को मेयर रविकांत शर्मा के दौरे के दौरान सेक्टर-48 की सोसाइटी के आम नागरिकों को परेशान करने वाली भाजपा की कार्रवाई को शर्मनाक बताते हुए इसकी निंदा की है। उन्होंने कहा कि यह विडंबना है कि एक ओर भाजपा आम लोगों के लाभ के लिए सिविल कार्यों का उद्घाटन कर रही है, लेकिन साथ ही भाजपा नेता आम नागरिक समाज की संवैधानिक रूप से मिली हुई स्वतंत्रता को बाधित कर रहे हैं।
चंद्रमुखी शर्मा ने एक बयान जारी कर कहा कि भारत के संविधान के अनुच्छेद 19 (1) (डी) के तहत किसी व्यक्ति की आवाजाही की स्वतंत्रता पर कोई प्रतिबंध उचित प्रकृति का होना चाहिए और यहां स्पष्ट रूप से यहां ऐसा नहीं है। उन्होंने सवाल किया है कि क्या स्थानीय पुलिस के पास अपना समय, ऊर्जा और संसाधन बर्बाद करने के बजाय सार्वजनिक सड़कों के लंबे हिस्सों पर बैरिकेडिंग करने और यात्रियों को परेशान करने के लिए कानून प्रवर्तन कार्यों में भाग लेने के लिए अधिक दबाव नहीं है ? पुलिस लोगों को उनके घरों में कैसे बंद कर सकती है ? अगर कोई मेडिकल इमरजेंसी हो तो कौन जिम्मेदार होगा ? निवासियों को अपने घरों में प्रवेश करने के लिए आईडी क्यों दिखानी पड़ रही है ? क्या मेयर रविकांत की कार्रवाई आईपीसी की धारा 340 के तहत ‘गलत कनफाइन्मेंट’ है ? क्या चंडीगढ़ के कानून का पालन करने वाले नागरिकों को लगभग 18 महीने स्वेच्छा से अपने घरों में कैद रहना कम था क्या ? क्या हम तानाशाह राज में रह रहे हैं?
चंद्रमुखी शर्मा ने कहा कि ये कुछ ऐसे गंभीर सवाल हैं जिनका जवाब चंडीगढ़ के मेयर रविकांत और बीजेपी के अन्य नेताओं को सेक्टर-48 सोसायटियों के गेटों को सोमवार शाम को ढाई घंटे से अधिक समय तक बंद करने की अपमानजनक कार्रवाई के लिए जवाब देने की जरूरत है। सेक्टर-48 में एक जलापूर्ति लाइन का उद्घाटन कर रहे भाजपा मेयर रविकांत के कारण लोगों को बाहर क्यों नहीं जाने दिया गया।
यह बताया गया कि उद्घाटन स्थल से 300 मीटर की दूरी पर रहने वाले यूनिवर्सल सोसाइटी के निवासियों को भी अपनी सोसायटी से बाहर निकलने से रोक दिया गया था। चंद्रमुखी शर्मा ने कहा कि एक मेयर को शहर का पहला नागरिक माना जाता है लेकिन यह पहली बार है जब हम एक मेयर के बारे में सुन रहे हैं कि वह अपने ही नागरिकों से डरता है। इसलिए भाजपा नेता अपने स्थानीय निवासियों के लिए बाधा उत्पन्न कर रहे हैं।