CHANDIGARH: हरियाणा के गृह एवं शहरी स्थानीय निकाय मंत्री अनिल विज ने आज नगर निगम, गुरुग्राम कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। जब सुबह 10 बजकर 25 मिनट पर वे निगम दफ्तर पहुंचे तब तक निगम कमिश्नर मुकेश कुमार आहूजा समेत कई ज्वाइंट कमिश्नर भी कार्यालय से अनुपस्थित थे। अनिल विज ने कार्य में लापरवाही के मामले में दो एसडीओ को सस्पेंड करने, एक एक्सईएन को रिलीव तथा एक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने के आदेश दिए।
नगर निगम गुरुग्राम के कार्यालय की प्रणाली को देखने अनिल विज सुबह अचानक सेक्टर-34 स्थित निगम मुख्यालय पहुंच गए। उन्होंने निगम के तीनों फ्लोर पर स्थित कार्यालयों का निरीक्षण किया तथा इस दौरान कार्यालय से नदारद मिले दो एसडीओ राकेश शर्मा तथा कुलदीप यादव को मौके पर ही निलंबित करने के आदेश दिए। छह महीने पुराने एक एस्टीमेट के मामले में एक्सईएन धर्मबीर मलिक को कार्यभार मुक्त करने के निर्देश दे दिए। उन्होंने अकाउंट ब्रांच के सेक्शन ऑफिसर भूपेंद्र सिंह का दो घंटे का वेतन काटने के निर्देश दिए। इसके साथ ही पार्षदों के फर्जी संतुष्टि पत्रों के आधार पर करोड़ों के भुगतान का प्रयास करने वाले एक्सईएन गोपाल कलावत के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाकर नियमानुसार कार्रवाई करने के आदेश भी दिए।
मंत्री के पहुंचने के करीब 20 मिनट बाद निगम कमिश्नर भी कार्यालय पहुंच गए। उस समय अनिल विज कार्यालय का निरीक्षण कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 20 जुलाई को सभी कर्मचारियों एवं अधिकारियों द्वारा किए गए कार्यों की रिपोर्ट प्रत्येक कर्मचारी के हिसाब से उनके कार्यालय में भिजवाना सुनिश्चित करें।
गृह एवं शहरी स्थानीय निकाय मंत्री ने कहा कि गुरूग्राम में जलभराव की समस्या के स्थाई समाधान निकालने की योजना तैयार करने के लिए एक कमेटी का गठन किया जाएगा।