CHANDIGARH: बेतहाशा महंगाई को लेकर केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ शहर में चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस का आंदोलन आज भी जारी रहा। सोमवार को जिला कांग्रेस कमेटी-3 ने जिला अध्यक्ष देविंदर गुप्ता के नेतृत्व में सेक्टर-44 के मार्केट में पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की बढ़ी हुई कीमतों के खिलाफ धरना-प्रदर्शन किया तो दूसरे जिला अध्यक्ष राजीव मोदगिल, ब्लॉक प्रधान जावेद अली खान वार्ड नंबर 12 और इकबाल सहोता ब्लॉक प्रधान वार्ड नंबर 13 के नेतृत्व में सेक्टर-15 में कैंडल मार्च निकाला गया।
सेक्टर-44 के मार्केट में धरना-प्रदर्शन के दौरान चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चावला ने कहा कि जहां तक पेट्रोल का सवाल है तो साल 2014 में पेट्रोल का प्रति लीटर उत्पादन शुल्क 9 .20 रूपए था, जो वर्तमान में 32 .90 रुपए है। इसका अर्थ है कि पिछले 7 वर्षों में उत्पाद शुल्क में 258% की वृद्धि। 2014 में डीजल पर उत्पाद शुल्क 3.46 रूपए लीटर था, वह वर्तमान में 31.80 रूपए प्रति लीटर है, दूसरे शब्दों में डीजल पर उत्पाद शुल्क में वृद्धि 820% है।
चावला ने कहा कि हर सुबह पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 25 पैसे या 40 पैसे की बढ़ोतरी हुई होती है। 4 मई से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में अब तक 28 गुना वृद्धि हुई है और डीजल में 7 रूपए तथा पेट्रोल में 6.75 रूपए की वृद्धि हुई है । पेट्रोलियम मूल्य निर्धारण एक गतिशील मूल्य निर्धारण नहीं है, यह केवल राजनीतिक मूल्य निर्धारण है। बड़े हुए खर्च के माध्यम से नई मांग सृजन करने के लिए पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों में तत्काल प्रभाव से कम करना चाहिए, ताकि लोगों के हाथों में आने वाली आय में वृद्धि हो। नई मांग से व्यवसायों को अपनी अतिरिक्त क्षमता का उपयोग करने और रोजगार सृजन करने के लिए नए निवेश का सृजन करने में मदद मिलेगी।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष देविंदर गुप्ता ने कहा कि खुदरा मंहगाई दर 6.3 प्रतिशत पर पहुंच गई है और इसका असर आम जनजीवन पर पड़ रहा है। ध्यान रहे कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने महंगाई की अपनी बाहरी सीमा 6 फीसदी तय की है। खुदरा मुद्रास्फीति इस से ऊपर चली गई है और इसके कुछ कारण है। उन्होंने कहा कि किसी समस्या को हल करने के लिए दो बातों का पालन करना होगा। सबसे पहले किसी को यह स्वीकार करना होगा कि समस्या मौजूद है। दूसरे किसी को उस समस्या को खुले दिमाग से विशेषज्ञों की सलाह से हल करना होगा लेकिन सरकार इस समस्या को स्वीकार करती नहीं दिख रही। जब हम खुदरा मुद्रास्फीति की बात करते हैं तो वित्तमंत्री एक अजीबोगरीब बयान देती है कि मैं प्याज नहीं खाती। उन्होंने कहा कि 2014 से पहले जब पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी की जाती थी तो भाजपा नेता हर तरह की चालबाजी और नाटक का सहारा लेते थे। हम यह कह सकते हैं कि भारत सरकार पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क के रूप में जो संग्रह करती है राज्य सरकारों की अपेक्षा दो गुना है।
उधर, महंगाई के खिलाफ सेक्टर-15 में कैंडल मार्च के दौरान चंडीगढ़ प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष दीपा दुबे ने कहा कि कांग्रेस के धरना-प्रदर्शनों में जुट रही लोगों की भीड़ दर्शाती है कि महंगाई को लेकर आमजन में कितना रोष है। इस मौके पर कृष्ण लाल बंसल, अजय शर्मा, पूरी लाल गर्ग, भूषण गुप्ता, विकी कनौजिया, उमेश शेट्टी, मनु दुबे, सुभाष, मुकेश चौहान, भीम डोगरा, रवि शाह, विमल, कोहली, अश्विनी, सुनील सूद, गुप्ता , हाकम सरहदी, स्नेहा, निधि, जैस्मिन, रमा, ज्योति, बलवंत राय, माधवी, रूबल, यसदीप, ममता, कंवल प्रीत और अन्य कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद थे।