UBM अध्यक्ष कैलाश जैन ने CBM के नोटिस के खिलाफ रजिस्ट्रार ट्रेड यूनियन से लगाई गुहार
CHANDIGARH: उद्योग व्यापार मंडल (UBM) चंडीगढ़ के नाम से शहर में अलग व्यापारी संगठन बनाने वाले UBM के अध्यक्ष कैलाश चन्द जैन को चंडीगढ़ व्यापार मंडल (CBM) से नोटिस मिलने के बाद शहर में व्यापार मंडल की फूट फिर गर्मा गई है। मामला अब रजिस्ट्रार ट्रेड यूनियन तक पहुंच गया है। कैलाश जैन ने CBM से सदस्यता समाप्त किए जाने के लिए दिए गए कारण बताओ नोटिस के जवाब में रजिस्ट्रार ट्रेड यूनियन को नोटिस रद्द करने व CBM से उनकी सदस्यता समाप्त न किये जाने की गुहार लगाई है।
कैलाश जैन ने बताया कि चूंकि सीबीएम ट्रेड यूनियन के तौर पर रजिस्टर्ड है इसलिए उन्होंने चंडीगढ़ व्यपार मण्डल द्वारा दिये गए असंवैधानिक नोटिस के बारे में रजिस्ट्रार ट्रेड यूनियन व लेबर कमिश्नर के सामने अपना पक्ष रखा है।
रजिस्ट्रार को लिखे अपने पत्र में कैलाश जैन ने कहा है कि सीबीएम द्वारा दिया गया नोटिस मनमाना, गलत और अवैध है और अनुचित राजनीतिक लाभ लेने के लिए गलत उद्देश्य से जारी किया गया है। नोटिस द्वेषपूर्ण है और व्यक्तिगत एजेंडे से प्रेरित है और अपने स्वयं के उप-नियमों की शर्तों का उल्लंघन करता है। इसके अलावा, नोटिस में बताए गए आरोप बिना किसी सार के हैं और भारतीय संविधान द्वारा प्रदत्त मौलिक अधिकारों का उल्लंघन करते हैं । संविधान की धारा अनुच्छेद 14 और अनुच्छेद 19 विशेष रूप से अनुच्छेद 19 (1) (सी) जिसके अनुसार सभी नागरिकों को एक वैध उद्देश्य के लिए संस्था या संघ बनाने की स्वतंत्रता दी गयी है का उल्लंघन करता है।
कैलाश जैन का कहना है कि उन्होंने न तो चंडीगढ़ व्यापार मंडल के संविधान के खिलाफ किसी भी तरह से कोई कार्रवाई की है और न ही इसके खिलाफ कुछ भी गलत कहा है, और न ही सीबीएम के विपरीत कोई गतिविधि की है। जबकि हमेशा व्यापारी समुदाय, व्यापारियों, उद्योगपतियों, पेशेवरों , प्रोफेशनलज़ और आम जनता के कल्याण और हितों के लिए काम किया है और आगे भी करता रहूंगा।
कैलाश जैन के अनुसार सीबीएम के उप-नियमों में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है कि सीबीएम का कोई मौजूदा सदस्य किसी अन्य व्यापार संगठन, चैंबर ऑफ कॉमर्स या सामाजिक कल्याण निकाय का गठन या सदस्यता प्राप्त नहीं कर सकता है।
एक व्यक्ति कई संस्थाओं का मेंबर हो सकता है किसी को यह कहना कि वो सिर्फ एक संस्था का ही सदस्य रह सकता है बिल्कुल गलत है ऐसा करके वे लोग शायद किसी व्यक्ति के साथ बंधुआ मजदूर जैसा व्यवहार कर रहे है जो नाकाबिले बर्दाश्त है।
उन्होंने रजिस्ट्रार ट्रेड यूनियन से अनुरोध किया है कि वे इस मामले में संज्ञान लेकर चंडीगढ़ व्यापार मंडल के पदाधिकारियों द्वारा किसी व्यक्तिगत अदृश्य एजेंडे के साथ दिए गए मनमाने और अवैध कारण बताओ नोटिस को रद्द करे और सीबीएम से उनकी सदस्यता को मनमाने ढंग से समाप्त न किया जाए।