हरियाणा में नकली रेमडेसिविर रैकेट का भंडाफोड़, 11 गिरफ्तार, नालागढ़ की कंपनी सील

CHANDIGARH: हरियाणा के खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग ने नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन की बिक्री करने वाले एक बड़े रैकेट का भंडाफोड़ किया है। विभाग और सीआईए द्वारा महीने भर की गई छापेमारी के दौरान 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां होने की संभावना है।

खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग  के एक प्रवक्ता ने बताया कि जांच के दौरान यह पाया गया कि आरोपी मेसर्स हेटेरो लैब्स लिमिटेड, जो भारत में रेमडेसिविर दवा का उत्पादन करती है, के नकली स्टिकर प्रिंट करके मेरोपेनम को रेमडेसिविर की शीशियों में भरकर बेच रहे थे।

आरोपियों के ठिकानों पर लगातार छापेमारी की गई और छापेमारी के दौरान 277 वॉयल, जिनपर कोविफॉर लाईओफिलिज्ड (COVIFOR Lyophilized) पाउडर (रेमेडिसविर के लिए 100mg/वॉयल इंजेक्शन) बैच नंबर- REM121006A, कीमत  5400 रुपये के नकली सटीकर लगे हुए थे, बरामद किए गए।

छापेमारी के दौरान मेरोपेनम के 3326 खाली डब्बियां भी बरामद की गई और यह माना जा सकता है कि आरोपियों ने नकली स्टिकर छापकर एंटीबायोटिक्स दवाई को रेमडेसिविर इंजेक्शन के रूप में बेचा होगा।

प्रवक्ता ने बताया कि जांच के दौरान यह सामने आया कि इस पूरे प्रकरण में जिला सोलन नालागढ़ के गांव बरसोन स्थित मैसर्स एल्फिन ड्रग्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक दिलप्रीत सिंह नकली रेमडेसिविर की बिक्री में शामिल थे।

उन्होंने बताया कि खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए), बद्दी ने उस फर्म के परिसर को सील कर दिया है जहां से उक्त दवा का स्टॉक बरामद किया गया था।

मामले के बारे में संक्षिप्त तथ्य

अप्रैल 20, 2021 को अंबाला कैंट में पुलिस द्वारा नाकाबंदी के दौरान महिंद्रा एक्सयूवी कार HR05Y-0022 को रोका और कार सवार 2 व्यक्ति, पारस, निवासी गांव नंदियाली, थाना नग्गल, जिला, अंबाला और कनिष्क, निवासी डिफेंस कॉलोनी, अंबाला कैंट,  से कोविफॉर लाईओफिलिज्ड पाउडर (रेमेडिसविर के लिए 100mg/वॉयल इंजेक्शन) बैच नंबर- REM121006A, कीमत  5400 रुपये, मैसर्स हेटेरो लैब्स लिमिटेड द्वारा निर्मित 24 इंजेक्शन बरामद किए गए। दोनों आरोपी उक्त दवाओं के लिए खरीद और बिक्री रिकॉर्ड व दवा बिक्री लाइसेंस के वैध दस्तावेज दिखाने में विफल रहे।

पुलिस द्वारा बरामद लाईओफिलिज्ड ड्रग हमारा प्रोडक्ट नहीं- मेसर्स हेटेरो हेल्थकेयर

अधिकारियों के अनुसार, अंबाला पुलिस से प्राप्त कैसे दस्तावेजों के बाद 21 अप्रैल, 2021 को खाद्य औषधि प्रशासन (एफडीए), अंबाला जोन की एक टीम ने मैसर्स हेटेरो हेल्थकेयर लिमिटेड, अंबाला कैंट का दौरा किया।

जांच के दौरान, मैसर्स हेटेरो हेल्थकेयर के अधिकारियों ने एफडीए टीम को सूचित किया कि कोविफॉर लाईओफिलिज्ड पाउडर, जो पुलिस द्वारा पकड़ा गया है, उनका प्रोडक्ट नहीं है तथा यह इंजेक्शन बैच नंबर REM121006A के तहत एस्पिरो फार्मा लिमिटेड से लिक्विड फॉर्म में लिया गया था और कंपनी ने कभी भी लाईओफिलिज्ड पाउडर फॉर्म का निर्माण नहीं किया।

रैकेट को उजागर करने के लिए एफडीए ने की छापेमारी

 16 मई, 2021 को खाद्य एवं औषधि प्रशासन, अंबाला जोन की एक टीम ने इंजेक्शन कोविफॉर की जांच और रिकवरी के लिए मैसर्स सरोहा फार्मास्युटिकल, एससीओ नंबर-203, अमरावती एन्क्लेव, पंचकूला पर छापेमारी की।

छापेमारी के दौरान, टीम ने दो अलग-अलग लाल और नारंगी रंग की प्लास्टिक सील की 20 एमएल वॉइल, जिनकी सील बदली हुई थी बरामद की। कुल 399 वॉइल बरामद की गईं, जिनमें से 206 वॉइल लाल रंग और 193 वॉइल नारंगी रंग की थी।

मामले में और गिरफ्तारियां संभव

अधिकारियों ने कहा कि जांच के निष्कर्षों के आधार पर विभाग इस रैकेट की और परतों को उजागर करने के लिए आने वाले दिनों में इस तरह के और अधिक छापेमारी करेगा। इस अपराध में शामिल लोगों पर कार्रवाई करने के लिए पड़ोसी राज्यों के साथ भी निरंतर बातचीत जारी है।

error: Content can\\\'t be selected!!