CHANDIGARH: चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने आज आयोजित एक बैठक में अपने पानी आंदोलन को और तेज करने का फैसला किया है। यह आंदोलन भाजपा के नेतृत्व वाले चंडीगढ़ नगर निगम द्वारा पानी के रेट में तीन गुना वृद्धि के खिलाफ है।
प्रदेश कांग्रेस ने बुलाई आकस्मिक बैठक
चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता एचएस लक्की के अनुसार आज चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस के नेताओं की एक आकस्मिक बैठक बुलाई गई, जिसमें लगभग 100 नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। इनमें एआईसीसी के कोषाध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल, चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चावला और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता शामिल हुए। पार्टी ने फैसला किया कि मनीमाजरा ब्लॉक कांग्रेस कमेटी और सेक्टर 39-40 ब्लॉक कांग्रेस कमेटी पहले से ही पानी की दरों में मनमानी बढ़ोतरी के खिलाफ धरना दे रही है और अब पार्टी ने अपना आंदोलन तेज करेगी, क्योंकि बीजेपी के नेतृत्व वाला चंडीगढ़ नगर निगम लोगों को अभी तक कोई राहत देने में विफल रहा है। चंडीगढ़ के निवासी और आम आदमी जो पहले से ही कोरोना महामारी और लॉकडाउन के कारण पीडि़त हैं, इस बढ़ोतरी से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं।
हर ब्लॉक में फूंके जाएंगे भाजपा पार्षदों के पुतले
चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चावला ने सभी ब्लॉक कांग्रेस समितियों को पानी की मूल्य वृद्धि के खिलाफ आंदोलन शुरू करने का निर्देश दिया और निर्णय लिया गया कि 21 मई के बाद ब्लॉक कांग्रेस कमेटी प्रत्येक ब्लॉक में धरना आयोजित करेगी। धरने के बाद पानी की बढ़ी हुई दरों की अधिसूचना, पानी के बिल और अगर बढ़ोतरी वापस नहीं ली गई तो हर भारतीय जनता पार्टी के पार्षद का पुतला दहन किया जाएगा।
पंजाब विश्वविद्यालय के गैर-शिक्षण कर्मचारियों को समर्थन
इस बीच, कांग्रेस पार्टी ने पंजाब विश्वविद्यालय के गैर-शिक्षण कर्मचारियों को अपना समर्थन दिया है, जो कोरोना महामारी के बावजूद कार्यालय में काम करने के लिए मजबूर हैं तथा कोरोना संक्रमित हो रहे हैं। कांग्रेस ने मांग की कि पीयू अधिकारियों को अपने फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए औऱ कर्मचारियों के हित में फैसला लेना चाहिए।