CHANDIGARH: चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष व पूर्व मेयर प्रदीप छाबड़ा ने चंडीगढ़ के प्रशासक व उनके सलाहकार से मांग की है कि लॉकडाउन के दौरान सभी रेहड़ी-फड़ी, दिहाड़ी करने वाले व छोटे दुकानदार, विधवाओं, बेरोजगारों के बैंक खातों में कम से कम 6000 रुपए डाले जाएं, ताकि वे संकट के इस दौर में बिना किसी परेशानी के अपने परिवार का पालन-पोषण कर सकें। छाबड़ा ने कहा कि ऐसा देश के कई राज्यों की सरकारों ने भी ऐलान किया है। कई प्रदेश सरकारों ने न्याय योजना भी लागू की हुई है।
राहुल गांधी ने किया था न्याय योजना शुरू करने का वायदा
छाबड़ा ने कहा कि कांग्रेस के शीर्ष नेता राहुल गांधी ने चुनाव के दौरान इसीलिए न्याय योजना शुरू करने का वायदा किया था, ताकि ऐसी आपदा में कोई भूखा न रहे। बीमारी या जरूरत के समय वह पैसे खर्च कर अपना गुजारा कर सकें। छाबड़ा ने कहा कि चंडीगढ़ प्रशासन को भी आम आदमी के लिए तुरंत आर्थिक पैकेज की घोषणा कर राहत देनी चाहिए।
बुजुर्गों व विकलांग शारीरिक असमर्थता में वैक्सीनेशन से वंचित न हों
चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा ने यह भी मांग की है कि अकेले रहने वाले तथा चल-फिरने में असमर्थ बुजुर्गों व विकलांग लोगों का उनके घर पर ही वैक्सीनेशन किया जाना चाहिए, ताकि वे लोग भी कोरोना से बच सकें। यदि उनको घर में ही यह सुविधा नहीं दी जा सकती तो प्रशासन उन्हें वैक्सीनेशन सेंटर तक लाने-ले जाने का मुफ्त प्रबंध करे, ताकि वह शारीरिक असमर्थता के कारण वैक्सीनेशन से वंचित न हों।