BANGALORE: समूचे विश्व भर को अपनी गिरफ्त में ले चुके कोरोना वायरस ने एक बार फिर से अपने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं जहां एक तरफ देशभर में कोरोना से बचाव के लिए तरह 2 की हिदायतें देकर सरकार द्वारा लोगों को सुरक्षा नियमो की पालना करने के लिए आगाह किया जा रहा है वहीं सरकार द्वारा कोरोना टीकाकरण का पहला चरण पहले ही शुरू कर दिया जा चुका था जोकि लोगों के अंदर प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए युद्ध स्तर पर उम्र के आधार पर वर्गीकरण कर लाभार्थियों को टीके से लाभांवित किया जा रहा है।
इस दौरान तीसरे चरण में 45 साल से ऊपर के स्वस्थ व बीमार व्यक्तियों का टीकाकरण किया जा रहा है। पहले के चरणों में वैक्सीन लगवाने से वंचित लोग भी टीके का लाभ उठा रहे हैं। अप्रैल माह में एक लाख 44 हजार लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है।
अब तक लक्ष्य के लगभग आधे लोगों का ही टीकाकरण किया जा सका है। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोका जा सके, इसके लिए शासन की तरफ से स्वास्थ्य विभाग को अधिकाधिक टीका लगाने का निर्देश दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग ने भी स्वास्थ्य केंद्रों के अलावा समूह, बाजार व अन्य जगहों पर टीका लगाने का काम शुरू किया। कोरोना वायरस से बचने के लिए लगाए जाने वाले कोविड टीके का संकट पैदा हो गया है।
लक्ष्य के मुताबिक टीके की आपूर्ति न होने से लाभार्थियों को बिना टीकाकरण कराए ही स्वास्थ्य केद्रों से वापस लौटना पड़ रहा है। वहीं इस समस्या को संज्ञान में लेते हुए राष्ट्रीय भ्र्रष्टाचार नियंत्रण एवम जनकल्याण सँगठन आगे आया है जोकि सँगठन में कर्नाटक के राज्य अध्यक्ष( सिविल डिफेंस सेल) और पूर्व एनएसजी कमांडो डॉ. के. वसंथा ने डायरेक्टर सुपरिटेंडेंट ऑफ बॉरिंग और लेडी कर्जन सरकारी अस्पताल बंगलौर (कर्नाटक राज्य) से बात की और इंजेक्शन के लिए एक टोकन सिस्टम 3,4 डिफेंटेंट बिग मॉल, सिक्योरिटी गार्ड्स बनाया। जिससे इंजेक्शन के लिए कोई समस्या नहीं होगी ताकि हर कोई आकर बिना भीड़ भाड़ के इंजेक्शन ले सके।
वही डॉ. के वसंथा के इस सराहनीय प्रयास से आसपास के लोग और अस्पताल स्टाफ भी खुश हैं, वहीं उन्होंने बताया कि बैंगलोर में बहुत बड़ा सरकारी अस्पताल है लेकिन फिर भी रोजाना हजारों की संख्या में लोग यहां टीकाकरण के लिए एकत्रित हो जाते थे ऐसी स्थिति में संक्रमण फैलने का डर और भी बढ़ जाता है लेकिन अब टोकन सिस्टम से इस समस्या से सभी को राहत मिलेगी।
वहीं राष्ट्रीय मुख्य सचिव रंजीत वर्मा, राष्ट्रीय अध्यक्ष दीपक शर्मा, राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती रेखा भूषण सहित राष्ट्रीय समिति के सभी सदस्यों ने डॉ. के. वसंथा के गतिशील नेतृत्व में कर्नाटक टीम के काम की सराहना की।