पंजाब में मैडीकल कॉलेजों के सभी बेड कोविड मरीज़ों के लिए आरक्षित रखने का फ़ैसला, ओपीडी सेवाएं निरस्त

CHANDIGARH: पंजाब सरकार द्वारा अगले आदेशों तक मैडीकल कॉलेजों और अस्पतालों में ओ.पी.डी. सेवाएं निरस्त करने का फ़ैसला लिया गया है और इन स्वास्थ्य संस्थाओं में सभी बेड कोविड मरीज़ों के लिए आरक्षित रखे गए हैं, परन्तु इमरजेंसी सेवाएं जारी रखी जाएंगी।

आज यहाँ मैडीकल ऑक्सीजन की उपलब्धता और अन्य ज़रूरतों की स्थिति का जायज़ा लेने के लिए की एक मीटिंग के दौरान पंजाब के चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान मंत्री श्री ओ.पी. सोनी ने अधिकारियों को ऑक्सीजन और किसी अन्य चिकित्सा संबंधी सप्लाई में कोई भी रुकावट आने की सूरत में तुरंत कार्यवाही करने की हिदायत की। उन्होंने कहा कि यदि ऑक्सीजन की कमी के बारे में कोई रिपोर्ट उनके ध्यान में आती है तो वह तुरंत इसकी सूचना उच्च अधिकारियों को दें, जिससे इससे निपटने सम्बन्धी कदम उठाए जा सकें।

बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाने में कोई कसर बाकी न छोडऩे सम्बन्धी मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व वाली राज्य सरकार की वचनबद्धता को दोहराते हुए कैबिनेट मंत्री ने चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान के प्रमुख सचिव को कोविड मरीज़ों के लिए एडवांस्ड कैंसर सैंटर, बठिंडा में 75 बेड आरक्षित रखने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी बताया कि मैडीकल कॉलेजों और अस्पतालों में बेडों की मौजूदा संख्या की अपेक्षा और 900 बेडों का विस्तार करने के लिए कहा गया है। राज्य भर में ऑक्सीजन टैंकर और उत्पादन प्लांट लगाने के काम में तेज़ी लाई गई है। उन्होंने लीकेज या दबाव पर कंट्रोल रखने के लिए ऑक्सीजन की सप्लाई, उपलब्धता और प्रयोग का बाकायदा ऑडिट करने के आदेश भी दिए।

मीटिंग में सरकारी मैडीकल कॉलेज अमृतसर, पटियाला और फरीदकोट के प्रिंसिपल और मैडीकल सुपरीटेंडैंट भी शामिल थे।

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